पीएम मोदी के साथ डिनर कर पुतिन ने साइन की 8 बड़ी डील, जानिए किसने क्या कहा?
- अपने दो दिवसीय दौरे पर भारत पहुंचें रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन शुक्रवार शाम मॉस्को वापस लौट गए।
- इस दौरे पर दोनों देशों के बीच बहुचर्चित S-400 एयर डिफेंस सिस्टम डील समेत कुल 8 समझौतों पर हस्ताक्षर हुए हैं।
- पुतिन-मोदी ने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में ऐलान किया कि रूस भारत के मिशन गगनयान में मदद करेगा।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अपने दो दिवसीय दौरे पर भारत पहुंचे रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन शुक्रवार शाम मॉस्को वापस लौट गए। इस दौरे पर दोनों देशों के बीच बहुचर्चित S-400 एयर डिफेंस सिस्टम डील समेत कुल 8 समझौतों पर हस्ताक्षर हुए हैं। इनमें अंतरिक्ष, रेलवे, परमाणु क्षेत्रों के समझौतों के अलावा छोटे उद्योगों को बढ़ावा देना और खाद क्षेत्र का समझौता शामिल है। पुतिन-मोदी ने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में ऐलान किया कि रूस भारत के मिशन गगनयान में मदद करेगा और आतंकवाद पर भी कड़ा रुख अख्तियार करेगा। बता दें कि दोनों देशों के बीच ये बहुचर्चित S-400 एयर डिफेंस सिस्टम डील 5 बिलियन यूएस डॉलर की है। जानिए इस दौरे से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें..
क्या कहा पीएम मोदी ने?
- मानव संसाधन विकास से लेकर प्राकृतिक संसाधन तक, व्यापार से लेकर निवेश तक, नाभिकीय ऊर्जा के शान्तिपूर्ण सहयोग से लेकर सौर ऊर्जा तक, टेक्नोलॉजी से लेकर टाइगर कन्ज़र्वेशन तक, सागर से लेकर अंतरिक्ष तक, भारत और रूस के सम्बन्धों का और भी विशाल विस्तार होगा।
- भारत की विकास यात्रा में रूस हमेशा साथ रहा है, हमारा अगला लक्ष्य भारत के मिशन गगनयान को अंतरिक्ष में भेजना है इसमें रूस हमारी पूरी सहायता करेगा
- भारत और रूस तेजी से बदलते हुए विश्व में कई अहम रोल निभा सकते हैं। आतंकवाद के विरूद्ध संघर्ष, जलवायु परिवर्तन, BRICS, आसियान जैसे संगठनों में दोनों देशों की अहम भूमिका है। दोनों देशों की कोशिश है कि हम सीधे दोनों देशों के लोगों को साथ में लाएं।
- भारत- रूस मैत्री अपने आप में अनूठी है। इस विशिष्ट रिश्ते के लिए राष्ट्रपति पुतिन की प्रतिबद्धता से इन संबंधों को और भी ऊर्जा मिलेगी। और हमारे बीच प्रगाढ़ मैत्री और सुदृढ़ होगी और हमारी पार्टनरशिप को नई बुलंदियां प्राप्त होंगी।
- दुनिया में बदलाव आना सामान्य बात है, दुनिया में बहुत कुछ बदल भी गया है और बहुत कुछ बदल भी रहा है लेकिन भारत और रूस की दोस्ती कभी नहीं बदली।
- रूस की कंपनियों को भारत में निवेश करने में सुविधा हो, इसके लिए हमने "रशिया प्लस" नाम से एक व्यवस्था खड़ी की है। आर्थिक सहयोग को और बढ़ाने के लिए संयुक्त कार्यकारी समूह काम कर रहे हैं। ऐसे सहयोग से निश्चित ही दोनों देशों के बीच व्यावसायिक गतिविधिया और बढ़ेंगी।
- चाहे घरेलू नीति हो या फिर विदेश में भारत की छवि, चाहे आर्थिक प्रगति हो या टेक्नोलॉजी का विस्तार, चाहे सुधार कार्यक्रम हों, ईज आफ डूइंग बिजनेस हो, सभी क्षेत्रों में भारत एक मॉडल बन रहा है।
- पिछले वर्षों में FDI के क्षेत्र में भी हमने काफी रिफॉर्म किए हैं। आज हम FDI की दृष्टि से सबसे खुली अर्थव्यवस्था हैं। भारत में 90% से ज्यादा मंजूरियां अब ऑटोमेटिक रूट पर दी जा रही है। इसी का परिणाम है कि हमारी FDI पिछले 3 साल में लगभग दोगुना हुई है।
- भारत टेक्नोलॉजी में नए अविष्कारों के क्षेत्रों, जैसे AI, IoT, 3D प्रिंटिंग के जरिए इंडस्ट्री 4.0 की तरफ आगे बढ़ चुका है। रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रास्फॉर्म के मंत्र से आज विश्व में भारत एक चमकते सितारे की तरह उभर रहा है।
क्या कहा राष्ट्रपति पुतिन ने?
- मैं भारतीय पीएम को भारत-रूस के बीच इस तरह के महत्वपूर्ण मुद्दों पर द्विपक्षीय बातचीत के आयोजन के लिए धन्यवाद देता हूं। इस दोस्ती से रूस काफी खुश है, मैं पीएम मोदी को रूस आने का आमंत्रण देता हूं। भारत के साथ हमारा पुराना और मजबूत रिश्ता है।
- दोनों देशों के बीच ग्लोबल और आपसी हितों को ध्यान में रखते हुए बातचीत हुई है। दोनों देश सुरक्षा-रक्षा-व्यापार के क्षेत्र में मिलकर काम करेंगे।
- 2025 तक दोनों देशों के बीच में 30 बिलियन डॉलर तक व्यापारिक संबंध होने का लक्ष्य रखा गया है।
- राष्ट्रपति पुतिन ने ब्लाडिवोस्टक फोरम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को न्योता दिया है।
- आतंकवाद के खिलाफ भारत की चिंताओं से रूस सहमत है। आतंकवाद विरोधी अभ्यास में दोनों देश एक दूसरे का सहयोग करेंगे।
- भारत के छात्रों के लिए रूस स्कॉलरशिप देगा। इसके अलावा इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में भारत में रूस की कंपनियां काम करने को तैयार हैं।
S-400 क्या है?
S-400 एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम है, जो दुश्मन के एयरक्राफ्ट को आसमान से गिरा सकता है। S-400 को रूस का सबसे अडवांस लॉन्ग रेंज सर्फेस-टु-एयर मिसाइल डिफेंस सिस्टम माना जाता है। यह दुश्मन के क्रूज, एयरक्राफ्ट और बलिस्टिक मिसाइलों को मार गिराने में सक्षम है। यह सिस्टम रूस के ही S-300 का अपग्रेडेड वर्जन है। यह एक ही राउंड में 36 वार करने में सक्षम है। इस मिसाइल सिस्टम में 12 लॉन्चर लगे है। S-400 एक समय में 3 अलग मिसाइलें दागेगा। इसके रेडार की रेंज 600 किलोमीटिर तक है। केवल आसमान ही नहीं ये जमीं पर भी वार करने में सक्षम है।
इंडो-रशिया बिजनेस समिट में हुए शामिल
अपने इस दौरे पर राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ आईटीसी मौर्य में आयोजित इंडो-रशिया बिजनेस समिट में भी शामिल हुए। इस दौरान पुतिन और पीएम मोदी ने भारतीय और रूसी छात्रों के एक समूह से मुलाकात की और बातचीत की। इंडो-रसिया बिजनेस समिट को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति पुतिन के नेतृत्व में भारत और रूस के रिश्ते नई ऊंचाइयों पर पहुंचे हैं। हम खुद भी एक-दूसरे से मिलने का कोई मौका नहीं छोड़ते हैं।
पीएम मोदी के साथ किया डिनर
राष्ट्रपति पुतिन के व्यस्त शेड्यूल के बावजूद मोदी ने उन्हें अपने आवास पर डिनर के लिए आमंत्रित किया। इस दौरान दोनों नेताओं ने विभिन्न मुद्दों पर करीब तीन घंटे तक चर्चा की। सूत्रों के मुताबिक, मोदी और पुतिन ने द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने पर जोर दिया। हालांकि राष्ट्रपति भवन में पुतिन को औपचारिक रिसेप्शन नहीं दिया गया। इसकी वजह पुतिन की यात्रा का अनौपचारिक होना बताया जा रहा है। दरअसल, पुतिन अपने व्यस्त शेड्यूल में पीएम मोदी के साथ चर्चा के लिए ज्यादा समय चाहते थे इसीलिए सरकारी आयोजनों से बचने का तरीका अपनाया गया।
Created On :   5 Oct 2018 11:43 PM IST