भारतीय दल पहुंचा विदेश, खरीदकर लाएगा असॉल्ट राइफल और कार्बाइन का जखीरा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत सरकार ने असॉल्ट राइफल और कार्बाइन खरीदने संबंधी मामलों के लिए एक स्पेशल दल को विदेश भेजा है। यह 9 सदस्यीय "अधिकारप्राप्त समिति" आर्मी ब्रिगेडियर की अगुआई में विदेश रवाना हुई है। यह दल अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण कोरिया, इजरायल और यूएई का दौरा करेगा। इस दौरे के दौरान यह दल सशस्त्र बलों के लिए नई असॉल्ट राइफलों और क्लोज-क्वॉर्टर बैटल (CBQ) कार्बाइनों के खरीद की संभावनाएं तलाशेगा।
अधिकारप्राप्त समिति शनिवार को रवाना हुई है। यह समिति इन सभी देशों में ऑरिजिनल इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरर्स यानी मूल उपकरण निर्माता (OEMs) या वेंडर्स की राइफलों और कार्बाइनों का मूल्यांकन करेगी। समिति जिन हथियारों को उचित पाएगी उन्हें "कंपैटिबिलिटी टेस्ट" के लिए OEMs से भारत लाया जाएगा यानी उन्हें भारत लाकर ट्रायल किया जाएगा। जो हथियार ट्रायल में कंपैटिबल पाए जाएंगे उनके लिए रक्षा मंत्रालय निविदा निकालेगा।
एक अधिकारी ने बताया कि FTP सिलेक्शन ऑपरेशनल जरूरतों पर आधारित होगा न कि लंबी चलने वाली नॉर्मल प्रोक्यूरमेंट प्रॉसेस जैसे जनरल स्टाफ क्वॉलिटेटिव रिक्वॉयरमेंट्स (GSQRS), स्टाफ इवैल्यूएशन, फील्ड ट्रायल आदि पर आधारित होगा। उन्होंने बताया है कि राइफलों पर 1,798 करोड़ और कार्बाइनों की खरीद पर 1,749 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
बता दें कि रक्षा मंत्रालय ने आखिरकार मार्च में 72,400 असॉल्ट राइफलों, 93,895 CBQ कार्बाइनों की खरीद प्रक्रिया को शुरू किया था। इन राइफलों और कार्बाइनों को चीन और पाकिस्तान सीमा पर तैनात इनफैन्ट्री जवानों उपलब्ध कराया जाना है और इसके लिए फास्ट-ट्रैक प्रसिजर (FTP) शुरू किया गया है। रक्षा मंत्रालय ने इस साल फरवरी में 16,479 लाइट मशीन गनों की 1,819 करोड़ रुपये में खरीद की फास्ट ट्रैक प्रोसिजर को भी मंजूरी दी थी, हालांकि इसमें अभी कुछ देरी है।
Created On :   3 July 2018 9:27 PM IST