जल्द ही MIG-21 उड़ाती दिखेंगी देश की ये तीन बहादुर बेटियां

India’s First Women Fighter Pilots are set to fly MIG-21 Bisons
जल्द ही MIG-21 उड़ाती दिखेंगी देश की ये तीन बहादुर बेटियां
जल्द ही MIG-21 उड़ाती दिखेंगी देश की ये तीन बहादुर बेटियां

डिजिटल डेस्क, दिल्ली। इतिहास में पहले ही अपना नाम दर्ज करा चुकी वायुसेना की महिला पायलट अवनि चतुर्वेदी, भावना कांत और मोहना सिंह आसमान में सुपरसॉनिक फाइटर जेट उड़ाने वाली है। तीनों महिला पायलटों के नाम भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमान उड़ाने के लिए पहली महिला पायलट के रूप में इतिहास में काफी पहले ही दर्ज हो चुके हैं।

गौरतलब है कि अवनि चतुर्वेदी, भावना कांत और मोहना सिंह एयरफोर्स की कठिन ट्रेनिंग पूरी कर चुकी हैं। इसके साथ ही अब वो लड़ाकू विमान मिग-21 बाइसंस जेट उड़ाएंगी। मिग-21 बाइसन्स की टेक-ऑफ और लैंडिंग स्पीड सबसे अधिक तकरीबन 340 किमी प्रति घंटा है। तीनों महिला पायलटों ने सोलो सोर्टिज जैसे पायलट्स पीसी-7, किरन और हॉक जेट उड़ा चुकी हैं।


अवनि-भावना तैयार, मोहना को करना होगा इंतजार

बता दें अवनि और भावना मिग-21 जैसे लड़ाकू विमानों को उड़ाने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। अवनि ने मिग-21 टाइप 69 में अपने ट्रेनर के साथ उड़ान भरना भी शुरू कर दिया है। फिलहाल वह प्रशिक्षक के साथ टू सीटर मिग में उड़ान भर रही हैं। जल्द ही अकेले उड़ान भरकर इतिहास रचेंगी। भावना भी जल्द ही अंबाला एयरबेस से उड़ान भरेगी। कालीकुंडा एयरबेस पर तैनात मोहाना को अभी इसके लिए थोड़ा इंतजार करना होगा। फिलहाल वह हॉक एडवांस्ड जेट उड़ाने की ट्रेनिंग ले रही हैं। उनको भी जल्द ही ऑपरेशनल स्कवॉडरन का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
 

भारत 21वां देश जहां महिला पायलट

भारत भी उन देशों में शामिल है जहां महिलाएं लड़ाकू विमान उड़ाती हैं। भारत दुनिया 21वां देश है जहां तीन महिला फाइटर पायलट वायुसेना के बेड़े में शामिल हैं। महिलाओं जंगी जहाज उड़ाने लायक तैयार करने में भारत दुनिया का 21वां देश बन गया है। 

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अवनी चतुर्वेदी

मध्य प्रदेश के सतना की रहने वाली अवनी के परिवार के सदस्य सैन्य अधिकारी हैं। अवनी चतुर्वेदी की ट्रेनिंग हैदराबाद एयरफोर्स एकेडमी में हुई। मध्यप्रदेश से स्कूली शिक्षा लेने वाली अवनी ने साल 2014 में राजस्थान की वनस्थली यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त की और इंडियन एयर फोर्स की परीक्षा भी पास की।  

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भावना कांत

बिहार के दरभंगा की रहने वाली भावना कांत का बचपन से ही विमान उड़ाने का सपना था। भावना के पिता भी वायुसेना में शामिल होना चाहते थे, लेकिन उस वक्त वो ऐसा नहीं कर पाए। भावना के पिता का कहना है कि उनका सपना उनकी बेटी पूरा कर रही है। 

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मोहना सिंह

राजस्थान के झुनझुन जिले की मोहना सिंह के पिता  वायुसेना में बतौर वारंट अधिकारी कार्यरत है। मोहना सिंह के दादा लादूराम को 1948 में भारत-पाक युद्द के दौरान शौर्य के लिए वीर चक्र प्रदान किया गया था। 11 फरवरी 1948 को यूनिट 1 के ग्रेनेडियरस लांस नायक लादूराम एक ब्रेन ग्रुप की कमान संभाल रहे थे। उसी वक्त तक दुश्मन के हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया। दुश्मनों से लड़ते हुए वो शहीद हो गए। 


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Created On :   23 Jan 2018 10:03 AM IST

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