108 की जगह दोगुने से ज्यादा यात्री जनरल बोगी में भरे, हो रहीं भारी मुश्किल

Instead of 108 more than twice passengers travel in general bogie
108 की जगह दोगुने से ज्यादा यात्री जनरल बोगी में भरे, हो रहीं भारी मुश्किल
108 की जगह दोगुने से ज्यादा यात्री जनरल बोगी में भरे, हो रहीं भारी मुश्किल

डिजिटल डेस्क, नागपुर। इन दिनों जनरल बोगी से सफर करने वाले यात्रियों की हालत खराब हो रही है। सामान्य तौर पर एक बोगी में 108 यात्रियों के बैठने की व्यवस्था होती है, लेकिन बिना किसी रोक-टोक इन बोगियों में यात्रियों की भीड़ हर स्टेशन पर बढ़ती ही जाती है और यह संख्या कभी 200 पार कर जाती है। इससे सफर के दौरान बोगी में पैर रखना भी मुश्किल हो जाता है। समस्या यही खत्म नहीं होती है, रही-सही कसर आउटर पर गाड़ियों में चढ़ने वाले अवैध वेंडर व किन्नर पूरी कर देते हैं।

सबसे सस्ता व सुविधाजनक सफर एसटी बसों के बाद रेलवे को माना जाता है। कम किराये में लंबी दूरी हर किसी के लिए संभव होती है। एसी, स्लीपर श्रेणी जैसी आरक्षित बोगियों का किराया कुछ हद तक महंगा होता है, लेकिन जनरल बोगी का किराया देना हर किसी के लिए संभव रहता है। साथ ही इस श्रेणी में सफर करने के लिए पहले से आरक्षण करने की जरूरत नहीं रहती है। परिणामस्वरूप हर गाड़ी की जनरल बोगियां ठसा-ठस भरी रहती हैं, जिससे यात्रियों का सफर मुश्किल भरा होता है।

बाकी कसर अवैध वेंडर व किन्नर पूरी कर देते हैं
यात्रियों की भीड़ इस कदर रहती है कि, बोगी में यात्रियों को  सांस लेना भी मुश्किल होता है, ऐसे में अवैध वेंडर व किन्नरों से होने वाली परेशानी से भी यात्रियों को दो-चार होना पड़ता है। आउटर पर सक्रिय अवैध वेंडर ज्यादातर जनरल बोगी में ही में आकर यात्रियों को खाना बेचते हैं। जगह नहीं रहने पर भी कंधों पर सामान लिए जद्दोजहद कर बोगी के एक दरवाजे से घुसते हुए दूसरे दरवाजे से निकलते हैं। रही-सही कसर किन्नर पूरी कर देते हैं। वह भी बोगी में आकर यात्रियों से पैसों की मांग करते हैं।

किसी ट्रेन में चार तो किसी में 3 या 2 ही जनरल बोगी रहती है। बढ़ती भीड़ के साथ गर्मी और उसमें एक दिन बारिश के बाद चिलचिलाती धूप उमस भी पैदा कर रही है। ऐसे में नागपुर स्टेशन से गुजरने वाली गाड़ियों की जनरल बोगियों में लोगों के हाल काफी बुरे नजर आ रहे हैं।

Created On :   29 May 2018 5:22 PM IST

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