AMU में शनिवार तक बंद की गई इंटरनेट सेवाएं, तनाव के चलते उठाया कदम
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) में लगी मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर को लेकर घमासान छिड़ा हुआ है। बुधवार को यूनिवर्सिटी में हुए उग्र प्रदर्शन के बाद पुलिस ने कैंपस की सुरक्षा बढ़ा दी थी वहीं अब यूनिवर्सिटी कैंपस की इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। प्रशासन ने 5 मई तक इसे बंद करने के आदेश दिए हैं। दरअसल बुधवार को प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने स्टूडेंट्स पर लाठी चार्ज किया था। इसके बाद से ही माहोल तनावपूर्ण बना हुआ है। वहीं, जिन्ना विवाद की आग दूसरे विश्वविद्यलय तक भी पहुंच गई है। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के बाहर कुछ संगठनों ने शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन किया।
दो गुटों में बंटे छात्र
यूनिवर्सिटी में एक पक्ष जिन्ना की तस्वीर हटाने की मांग पर अड़ा है तो वहीं एएमयू छात्रसंघ ने तस्वीर न हटाने का ऐलान किया है। इस कारण से यूनिवर्सिटी में तनाव भरा माहोल बना हुआ है। वहीं बुधवार को हुए लाठीचार्च के विरोध में एएमयू स्टूडेंट यूनियन ने कक्षाओं का बहिष्कार भी किया है। इस कारण शुक्रवार को कोई भी क्लास नहीं लगी। लाठीचार्ज के बाद कई छात्र यूनिवर्सिटी कैंपस भी नहीं पहुंचे। हालांकि शुक्रवार सुबह कुछ छात्रों ने एक बार फिर हंगामा करने की कोशिश की लेकिन यूनिवर्सिटी में तैनात सुरक्षा बलों ने उन्हें तितर बितर कर दिया। जानकारी के मुताबिक जुमे की नमाज के बाद हजारों की संख्या में छात्र एएमयू सर्किल पर जमा हुए। हंगामे का अंदेशा जताते हुए प्रशासन ने अलीगढ़ में धारा 144 लगा दी।
5 मई रात 12 बजे तक इंटरनेट बंद
वहीं तनाव पूर्ण माहोल को देखते हुए प्रशासन ने इंटरनेट सेवाएं बंद करने के आदेश जारी किए है। जिलाधिकारी चंद्र भूषण सिंह ने आदेश में बुधवार को हुई घटना का जिक्र करते हुए लिखा कि उनके संज्ञान में आया है कि कुछ असामाजिक और उपद्रवी लोग माहोल को तनाव पूर्ण बनाने के लिए झूठी अफवाहें फैला रहे हैं। दुष्प्रचार के लिए कई तरह के विडियो, फोटो और एसएमएस वायरल किए जा रहे हैं। इसे सांप्रदायिक समरसता और शांति व्यवस्था भंग हो सकती है। उन्होंने सभी कंपनियों को 4 मई शुक्रवार को दोपहर 2:00 बजे से 5 मई की रात 12:00 बजे तक, इंटरनेट की सभी सेवाएं बंद करने के आदेश दिए हैं।
फोटो जर्नलिस्ट की पिटाई
एएमयू में हुए बवाल के कई घंटों बाद भी कुलपति घटनास्थल पर नहीं आये। इसे लेकर छात्रों में बेहद आक्रोश है। इसी के चलते कुलपति के फोटो को सोशल मीडिया पर वायरल करते हुए 51 रुपये का इनाम घोषित किया गया है। इस पर भी तरह-तरह के कमेंट आ रहे हैं।इस बीच यूनिवर्सिटी में एक जर्नलिस्ट की पिटाई करने की भी खबर आई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में धरने पर बैठे छात्रों ने मीडिया कर्मियों को बुलाया और उसके बाद एक फ्रीलांस फोटो जर्नलिस्ट की जमकर पिटाई कर दी।
क्या है मामला?
दरअसल BJP सांसद सतीश गौतम और BJP के अन्य नेताओं ने जिन्ना की तस्वीर यूनिवर्सिटी से हटाने का समर्थन किया था। इसे लेकर सतीश गौतम ने एक पत्र भी लिखा था। सतीश गौतम ने कुलपति को लिखे गए पत्र में कहा था कि अगर विश्विद्यालय में किसी की तस्वीर लगानी ही है तो उन्हें महेंद्र प्रताप जैसे महान व्यक्तियों की तस्वीर लगानी चाहिए, जिन्होंने विश्विद्यालय बनाने के लिए अपनी जमीन दान में दी थी। वहीं विश्वविद्यालय के प्रवक्ता शाफे किदवई ने दशकों से लटकी जिन्ना की तस्वीर का बचाव किया था।
योगी के मंत्री ने जिन्ना को बताया था महापुरुष
वहीं योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या ने जिन्ना को महापुरुष करार दिया था। स्वामी प्रसाद मौर्या ने कहा था कि, "देश के बंटवारे से पहले जिन्ना का देश में योगदान था। जिन महापुरुषों ने इस राष्ट्र के निर्माण में अपना योगदान दिया है, यदि कोई उन पर उंगली उठता है तो यह घटिया बात है।" मौर्या ने कहा कि इस प्रकार का बकवास बयान चाहे उनके पार्टी के सदस्य सांसद-विधायक दें या दूसरे पार्टी के, उनकी राष्ट्र के लोकतंत्र में तनिक भी मान्यता नहीं है। मौर्या ने ऐसा बयान देकर अपनी ही पार्टी को कटघरे में खड़ा कर दिया था।
Created On :   4 May 2018 5:09 PM IST