रेड करने गए IPS ऑफिसर के पुलिसकर्मियों ने मार-मार कर तोड़ दिए हाथ पैर
डिजिटल डेस्क, बांदा। यूपी के बांदा में पुलिसकर्मियों ने एक आईपीएस अधिकारी के मार-मार कर हाथ पैर तोड़ दिए। ये घटना उस वक्त हुई जब आईपीएस अधिकारी एक दल के साथ बालू की ढुलाई करने वाले ट्रकों से अवैध वसूली के खिलाफ रेड मारने गए थे। इस मामले के सामने आने के बाद एसपी ने चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर थानाध्यक्ष और एक सिपाही को निलंबित कर दिया।
लगातार मिल रही थी शिकायतें
पुलिस अधीक्षक शालिनी ने बताया कि बालू भरे ट्रकों से पुलिसकर्मियों के अवैध वसूली किए जाने की शिकायत लगातार मिल रही थी। पुलिसकर्मी लगातार ट्रकों से अवैध वसूली कर अपनी जेब भर रहे थे। पुलिस रात भर प्राइवेट लोगों से प्रति ट्रक एक-एक हजार की वसूली कर रही थी। इस पर डीजीपी ओपी सिंह ने लखनऊ से वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी हिमांशु कुमार और मोहित गुप्ता की अगुआई में बाहरी जिले के पुलिसकर्मियों के साथ गोपनीय ढंग से एक दल भेजा था, इसकी भनक जिले में नहीं थी।
रंगे हाथों पकड़ा
इस दल ने पुलिसकर्मियों सहित करीब 4 लोगों को ट्रकों से वसूली करते रंगे हाथ पकड़ लिया। जिसमे देवऋषि, चंदू और पंकज अवस्थी पुलिस को धक्का देकर भाग निकले। वहीं चौथा आरोपी महमूद पुलिस की गिरफ्त में आ गया। पुलिस ने एक मारुती कार को भी कब्जे में लिया है। शालिनी ने बताया कि इस दौरान पुलिसकर्मियों ने दल पर भी हमला बोला हमले में आईपीएस अधिकारी हिमांशु के हाथ पैर टूट गए।
थानाध्यक्ष और सिपाही निलंबित
पुलिस अधीक्षक शालिनी ने बताया कि उन्होंने बताया कि इस मामले में गिरवां थानाध्यक्ष विवेक प्रताप सिंह और एक सिपाही को निलंबित कर चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। वहीं उन्होंने कहा कि पुलिस किसी भी तरह की गैरकानूनी एक्टिविटी बर्दाश्त नहीं करेगी। बता दें कि एक सप्ताह पहले ही एसपी शालिनी ने अवैध वसूली के आरोप में भूरागढ़ चौकी के सारे पुलिस स्टाफ को लाइन हाजिर किया था।
Created On :   28 Jan 2018 11:23 AM IST