...तो इस वजह से ISRO का सैटेलाइट लॉन्च हुआ फेल

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान (इसरो) को बीते गुरूवार को एक बड़ा झटका तब लगा जब उनके द्वारा पहली बार निजी क्षेत्र की मदद से तैयार किया गया नेविगेशन सैटेलाइट शाम 7 बजे लॉन्चिंग के दौरान फेल हो गया। इसे आंध्रप्रदेश के श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र से पीएसएलवी सी-39 रॉकेट के जरिए लॉन्च किया गया था, लेकिन कक्षा में स्थापित होने से पहले ही यह फेल हो गया। इस असफलता के पीछे कई तरह की तकनीकी खामियों को बताया जा रहा है।
इसरो की इस असफलता को स्वीकार करते हुए पूर्व आइएसओ सैटेलाइट सेंटर के निदेशक एस.के शिवकुमार ने कहा PSLV मिशन में रॉकेट अपनी क्षमता की तुलना में एक टन ज्यादा भार ले जा रहा था, जिसकी वजह से उपग्रह को टेकऑफ करने के दौरान विपरीत परिस्थिति का सामना करना पड़ा, और मिशन अपने लक्ष्यों को प्राप्त नहीं कर सका।
इसरो प्रमुख किरण कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नवीनतम नैविगेशन उपग्रह के असफल होने की जानकारी दी और बताया की इसरो के पीएसएलवी की ये 41वीं उड़ान थी, जिनमें से पिछली 39 उड़ानें लगातार सफल हुई हैं, मगर इसरो अपनी इस असफलता के पीछे के कारणों की समुचित जांच करेगा और उसमें सुधार कर इसको आगे बढ़ाएगा। हालांकि इसरो ने इस बात को भी स्वीकार किया है उन्हें इस विफलता से क्षति जरुर पहुंची है मगर उनके हौसले में कोई कमी नहीं आई है।
Created On :   2 Sept 2017 8:23 PM IST