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- Jaipur Police killed a live young man for keeping people away from Kiki Challenge!
दैनिक भास्कर हिंदी: लोगों को किकी चैलेंज से दूर रखने जयपुर पुलिस ने जिंदा युवक को मार डाला
हाईलाइट
- किकी चैलेंज को मिस्र, जॉर्डन और यूएई जैसे देश बैन कर चुके हैं।
- युवक का नाम जवाहर सुभाष चंद्र है और वह कोच्चि का रहने वाला है।
- पोस्ट में पुलिस ने बताया कि युवक की मौत किकी चेलैंज पूरा करते समय हुई है।
- युवक के परिवार ने पुलिस को फोन करके बताया कि वह जिंदा है।
डिजिटल डेस्क, जयपुर। दुनियाभर में इस समय किकी चैलेंज लेने का फैशन सा चल निकला है। चैलेंज लेने के बाद लोगों के चोटिल होने की खबरें लगातार सामने आ रही हैं। मिस्र, जॉर्डन और यूएई जैसे देश इसे बैन कर चुके हैं तो कई देशों की पुलिस लोगों को जागरूक करने की कोशिश कर रही है। ऐसी ही एक कोशिश करने पर इस समय जयपुर पुलिस की काफी किरकिरी हो रही है। पुलिस ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक युवक का फोटो पोस्ट किया था। पोस्ट में पुलिस ने बताया कि युवक की मौत किकी चेलैंज पूरा करते समय हुई है। युवक के परिवार ने पुलिस को फोन करके बताया कि वह जिंदा है। युवक का नाम जवाहर सुभाष चंद्र है और वह कोच्चि का रहने वाला है।
Don't challenge death. Be wise - keep away from silly stunts & advise your friends as well to stay safe.#InOurFeelings #KikiKills #InMyFeeling #KikiChallenge #JaipurPolice #SafeJaipur pic.twitter.com/9TdYo0CKQa
— Jaipur Police (@jaipur_police) July 30, 2018
पोस्ट करने से पहले फोटो को पहनाई माला
जवाहर सुभाष चंद्र की फोटो अपने सोशल मीडिया पेज पर डालकर जयपुर पुलिस ने लिखा कि मौत को चैलेंज मत करो। अपने दोस्तों को सुरक्षित रहने का संदेश दो और ऐसे बकवास स्टंट से दूर रहो। पेज पर पोस्ट फोटो में पुलिस ने जवाहर को हार भी पहना दिया। फोटो के नीचे लिखा है कि जवाहर की मौत किकी चैलेंज के कारण जुलाई 2018 में हुई, उसका जन्म 1995 में हुआ था। किकी के प्यार ने जवाहर को मौत के आगोश में पहुंचा दिया। जयपुर पुलिस कमिश्नर संजय अग्रवाल ने भी इस बात को माना है कि जवाहर जिंदा है। उन्होंने कहा कि पुलिस की सोशल मीडिया टीम ने एक वेबसाइट से फोटो खरीदा था।
फोन लगाकर पूछ रहे लोग, कैसे हुई आपकी मौत?
जयपुर पुलिस की पोस्ट देखकर हैरान 30 वर्षीय जवाहर का कहना है कि उन्होंने पूरी जिंदगी में कभी किकी चैलेंज नहीं लिया। जवाहर ने बताया कि पुलिस के पोस्ट डालने के बाद सबसे पहले उनके पास उनकी पत्नी का फोन आया। पत्नी ने पूछा कि आप ठीक तो हो न?, इसके बाद लगातार लोगों के फोन आने लगे। फोन करने वाला हर शख्स पूछ रहा था कि आपकी मौत कैसे हो गई? जवाहर ने बताया कि वह 2008 में मॉडलिंग करते थे। कॉलेज पास करने के बाद उनका एक फोटो किसी वेबसाइट पर लगा था। जयपुर पुलिस ने भी उस फोटो का ही इस्तेमाल किया है। जवाहर ने कहा कि अगर मेरी फोटो देखकर लोग इस जानलेवा गेम से दूर रहते हैं तो अच्छा है।
इस तरह समझिए किकी चैलेंज
किकी चैलेंज में चलती गाड़ी से उतरकर सिंगर ड्रेक के फेमस गाने ‘किकी डू यू लव मी’ पर डांस करना होता है। इस दौरान गाड़ी चलती रहती है, उसका दरवाजा खुला रहता है और पूरे घटनाक्रम को गाड़ी चला रहा व्यक्ति एक हाथ से रिकॉर्ड करता है। बाद में इसका वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट करना होता है। चैलेंज लेने वालों को ट्रिक्स और पैरों की स्पीड पर भी ध्यान देना पड़ता है। डांस करने के बाद चैलेंज लेने वाले को चलती गाड़ी में कूदकर अंदर भी बैठना होता है।
यहां से शुरू हुआ ये चैलेंज
अमेरिका के कामेडियन शॉकर ने 30 जून को इंस्टाग्राम पर अपना वीडियो पोस्ट किया था। वीडियो में वह ‘किकी डू यू लव मी’ गाने की धुन पर डांस कर रहे थे। इसके बाद दुनियाभर में यह चैलेंज वायरल हो गया।
अबु धाबी में किकी चैलेंज पूरा करने पर जेल
अबु धाबी में किकी चैलेंज स्वीकार करने वालों को जेल भेजा गया है। मुंबई पुलिस ने कुछ दिनों पहले किकी चैलेंज के बारे में चेतावनी जारी की थी। इसके बाद उत्तरप्रदेश, बेंगलुरु, चंडीगढ़ और अब दिल्ली पुलिस ने एडवाइजरी जारी की है।
Not just a risk for you but your act can put life of others at risk too. Desist from public nuisance or face the music ! #DanceYourWayToSafety #InMySafetyFeelingsChallenge pic.twitter.com/gY2txdcxWZ
— Mumbai Police (@MumbaiPolice) July 26, 2018
क्लोजिंग बेल: सेंसेक्स में 134 अंकों की गिरावट, निफ्टी 15,800 के करीब बंद हुआ
डिजिटल डेस्क, मुंबई। दुर्बल वैश्विक संकेतों के कारण देश का शेयर बाजार कारोबारी सप्ताह के तीसरे दिन (29 जून, बुधवार) गिरावट के साथ बंद हुआ। इस दौरान सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही लाल निशान पर रहे। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (BSE) के 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 134.31 अंक यानी कि 0.25% की बढ़त के साथ 53,026.97 के स्तर पर बंद हुआ।
वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 32.95 अंक यानी कि 0.21% की बढ़त के साथ 15,799.10 के स्तर पर बंद हुआ।
जबकि बैंक निफ्टी ने 372.55 अंकों की हानि के साथ 33269.90 पर समाप्ति दी। निफ्टी के 50 शेयरों में से 33 लाल रंग में रहे जो व्यापक बिकवाली दर्शाते हैं। क्षेत्र विशेष में, निफ्टी मेटल, एनर्जी तथा ऑटो सूचकांको में सबसे अधिक तेजी रही जबकि बैंकिंग, एफएमसीजी एवं आईटी में सर्वाधिक मंदी देखी गयी। निफ्टी के शेयरों में एनटीपीसी, रिलायंस, ओएनजीसी, आयशर मोटर तथा पावर ग्रिड में सबसे अधिक बढ़त रही जबकि एचडीएफसी लाइफ, हिन्द यूनिलिवर, एक्सिस बैंक तथा अपोलो हॉस्पिटल में सर्वाधिक घाटा रहा।
इंडिया विक्स 2.10 प्रतिशत बढ़ 21.90 पर बंद हुआ जो आने वाले सत्र में और अधिक उतारचढ़ाव आने का संकेत है। तकनीकी आधार पर, निफ्टी हायर लो तथा लोअर लो प्रारूप बना रहा है जो दुर्बलता का संकेत दे रहा है। निफ्टी 21 दिनों के डीएमए पर अवरोध का सामना कर रहा है, इसके नीचे बंदी देने पर अगले ट्रेडिंग सत्र में और भी दुर्बलता दिख सकती है। निफ्टी के ओपन इंटरेस्ट आंकड़ों में, कॉल में सर्वधिक ओपन इंटरेस्ट 16000 पर है जबकि पुट में सबसे अधिक ओपन इंटरेस्ट 15700, उसके बाद 17500 है।
मोमेन्टम संकेतकों में स्टॉकिस्टिक तथा एमएसीडी आवरली चार्ट पर नकारात्मक क्रॉस ओवर के साथ ट्रेड कर रहे हैं जो बाजार में दुर्बलता का संकेत है। जून महीने के फ्यूचर ऑप्शन सौदों के कटान के पहले निफ्टी ने 57.49 प्रतिशत तथा बैंक निफ्टी ने 53.95 प्रतिशत रोलओवर दिखाया है। मुथोथ फाइनेंस, एमफासिस तथा अडानी पोर्ट में सर्वाधिक रोलओवर हुआ है।निफ्टी का सपोर्ट 15600 तथा तेजी की स्थिति में 16000 एक तात्कालिक अवरोध हो सकता है। बैंक निफ्टी का सपोर्ट 32600 है, अवरोध 34000 है। कुलमिला कर निफ्टी नीचे की चाल दिखा सकता है। 15650 तोड़ने पर मंदी गहरा सकती है। 16000 निफ्टी एक बड़ा अवरोध है।
पलक कोठारी
रीसर्च एसोसिएट
चॉइस ब्रोकिंग
Source: Choice India
३२ साल के डॉ. राज पढियार ने देश भर में बनायी विशेष पहचान: गुजरात के गृहमंत्री, तेलंगाना एवं पोंडिचेरी के गवर्नर सहित देश विदेश की नामी हस्तियाँ करती है फ़ॉलो
डिजिटल डेस्क, भोपाल। थाने ज़िला के मीरा भायंदर के युवा उधमी - डॉ. राज पढियार ने अपने आंट्रेप्रेनरशीप और डिजिटल मीडिया से देश भर में अपनी विशेष पहचान बनायी हैं । इसका अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है की उन्हें ट्विटर पर गुजरात के गृह मंत्री - हर्ष संघवीजी, तेलंगाना एवं पोंडिचेरी गवर्नर - डॉ. तमिलिसाई सौंदराराजन, तहसीन पूनावाला, कोंग्रेस के राष्ट्रीय युवा अध्यक्ष - बी श्रीनिवास, भाजपा के राष्ट्रीय युवा अध्यक्ष एव सांसद - तेजस्वी सूर्या, उद्धव ठाकरे साहेब के पीए - बी के राजपूत, इनकम टैक्स कमिशनर - सुग्रीव मीना, ABP न्यूज़ के ऐंकर - विकास भदोरिया, राहुल गांधी के पीएस - कौशल विद्यार्थी, बोलीवुड अभिनेता अमित साध, WTO के भारत के डिरेक्टर - आशीष चंडोरकर, दुबई के शेख़ - डॉ. मोहम्मद अल हेमीयरी समित भारत सरकार के कई मंत्रालय, विभिन्न राज्य के प्रदेशध्यक्ष, सांसद, अभिनेता, सामाजिक कार्यकर्ता एवं नामी हस्तियाँ फ़ॉलो करती है । यह सभी लोग डॉ. राज के शिक्षण एवं डिजिटल मीडिया के क्षेत्र के बदोलत इनके सम्पर्क में रहकर निरंतर चर्चा एवं वार्ता विमश करते रहते है ।
डॉ. राज पढियार - एशिया की प्रसिद्ध एजुकेशन कंपनी -
डिजिटल गुरुकुल के संस्थापक है जिसने अभी तक पूरी दुनिया में ४५,०००+ से ज़्यादा छात्रों को डिजिटल क्षेत्र में प्रशिक्षा देकर उन्हें रोज़गार एवं स्टार्टअप के हेतु योग्य बनाया है । कोरोना काल में डॉ. राज की संस्था ने १५००+ से ज़्यादा भारत, दुबई के युवाओं को डिजिटल स्किल की निशुल्क शिक्षा देकर उन्हें रोज़गार प्राप्त करने में सहायता करी ।
डॉ. राज पढियार अब तक ५०००+ से ज़्यादा लेक्चर ले चुके है जिसमें ३१,०००+ छात्रों को ट्रेनिंग देके उन्हें रोज़गार हेतु योग्य बना चुके है । उन्होंने अब तक अपनी २ किताबें पब्लिश करी है १ - सोशल मीडिया एंड पॉलिटिक्स इन इंडिया - जिसे भारत के अग्रणी राजनेताओ ने पढ़कर उसकी सराहना की है, २ - फ़ंडामेंटलस ओफ़ डिजिटल मार्केट जो डिजिटल मीडिया विषय पर लिखी हुई भारत की पहली एकाडेमिक बुक है - यह बुक भारत के २५० से ज़्यादा कॉलेज के लाइब्रेरी में उपलब्ध है।
डॉ. राज पढियार को शिक्षा एवं डिजिटल क्षेत्र में योगदान के चलते उन्हें “दुनिया के सर्वश्रेस्ठ १०० डिजिटल लीडर” में स्थान मिला जो भारत के लिए बहोत गर्व की बात थी । इसके अलावा उन्हें बॉलीवुड अभिनेत्री सोहा अली खान, कलाकार मुकेश खन्ना एवं कई बड़े कलाकारों ने विभिन्न पुरस्कारों से सम्मानित किया है ।
अपने स्टार्टप के शुरुआती दौर में काफ़ी स्ट्रगल करने के बाद डॉ. राज पढियार ने अपने अथाग परिश्रम एवं मेहनत से आज जो मुक़ाम तक पहोचे है जिससे उनकी देश विदेश में लोग सराहना कर रहे है और भारत का नाम और रोशन किया है।
मूवर्स और पैकर्स: कैसे एश्योरशिफ्ट ने भारत में स्थानांतरण के अनुभव को बेहतर बनाया है
डिजिटल डेस्क, भोपाल। देश में बढ़ती जनसंख्या, शैक्षिक प्रगति और मूल तोर से नौकरी के अवसर के कारण, देश के अंदर और विदेश के कई शहरों में, प्रवास करने वाले अन्य शहरों के लोगों की संख्या उल्लेखनीय मत्रा से वृद्धि पाई है।
इस कारण से स्थानांतरण सेवा के मांग में तेजी से वृद्धि हुई। कई पैकर्स एंड मूवर्स कंपनियों की स्थापना भी हुई है जो घर, कार्यालयों के सामना, कार, बाइक, आदि को स्थानांतरित करने के लिए आवश्यक सेवाएं प्रदान करती हैं। हालांकि, किसी भी नए उत्पाद के साथ, कई नकली और गैर-पेशेवर चलती कंपनि स्थापित होते हैं। धीरे-धीरे भारतीय स्थानांतरण बाजार में इस तरह के कंपनि आकर बेहद कम लागत वाली कोटेशन की पेशकश करके निर्दोष ग्राहकों का शिकार करना शुरू कर दिया। वे गुणवत्ता सेवाओं, अतिरिक्त सहायता आदि जैसे कई वादे करते हैं, लेकिन अंत में अक्सर ग्राहकों के पैसे और सामान लूट लेते हैं।
स्व-चलन के साथ आने वाली कठिनाइयों और जोखिमों को ध्यान में रखते हुए, पेशेवर स्थानांतरण सेवा प्रदाताओं को नियुक्त करने की सलाह दी जाती है लेकिन कंपनी के इतिहास और पृष्ठभूमि की जांच कर लेने के बाद। आपको एक पैकर्स मूवर्स कंपनी के पंजीकरण दस्तावेजों और पहले के ग्राहकों की कई समीक्षाएं पढ़ कर, उनका व्यापक शोध करना चाहिेए। लेकिन सामान्य ज्ञान के अनुसार, दस्तावेज़ीकरण, कंपनी विवरण, कार्यालय स्थान आदि की पुष्टि करना आसान काम नहीं है और पहली बार जांच करने वाले के लिए अत्यधिक समय लग सकता है।
प्रत्येक ग्राहक पहली कोशिश में अपने निकट के ईमानदार पैकर्स एंड मूवर्स कंपनी से संपर्क कर रहा है और बाजार में धोखाधड़ी सेवा प्रदाताओं का खात्मा हो रहा है, यह सुनिश्चित करने के लिए एश्योरशिफ्ट की स्थापना की गई थी।
AssureShift Packers and Movers एक मानक बन गया है यह भारत का सबसे अच्छी ऑनलाइन पैकर्स और मूवर्स निर्देशिका है, जिसमें 25 से अधिक शहरों के शीर्ष पैकर्स और मूवर्स की सूची है। 2017 की शुरुआत में लॉन्च होने के बाद से, एश्योरशिफ्ट ने देश भर में 50,000 से अधिक परिवारों और व्यक्तियों को सफलतापूर्वक स्थानांतरित किया है। हमारे पार्टनर पैकर्स और मूवर्स के पास पर्याप्त अनुभव है और वे घरेलू सामान पैकिंग और मूविंग, कार ट्रांसपोर्टेशन सर्विसेज, बाइक शिफ्टिंग सर्विसेज, ऑफिस शिफ्टिंग आदि जैसे सभी प्रकार के सामानों को स्थानांतरित करने के लिए अच्छी तरह से प्रशिक्षित हैं। हम सुनिश्चित करते हैं इस दौरान हमारी पार्टनर कंपनियां उच्च गुणवत्ता वाली सेवाओं, किफायती शुल्क, समय पर घर से पिकअप और डिलीवरी, पेशेवर व्यवहार जैसे पूर्ण ग्राहक सहायता का आश्वासन दे रही हैं।
एक बार जब ग्राहक पूछताछ फॉर्म भरते हैं, तो मुश्किल से 10 क्लिक के भीतर, एश्योरशिफ्ट निर्दिष्ट स्थानांतरण आवश्यकताओं के अनुसार ग्राहक के निकटतम 3 शीर्ष पैकर्स एंड मूवर्स कंपनियों को संदर्भित करता है। ग्राहक सटीक स्थानांतरण शुल्क प्राप्त करने के लिए प्री-मूव सर्वेक्षण कर सकते हैं और दरों, प्रोफाइल, समीक्षाओं और रेटिंग की तुलना करके सबसे उपयुक्त पैकर्स और मूवर्स कंपनी के साथ सौदा कर रहे हैं।
एश्योरशिफ्ट का 4-चरणीय तरीका एक सुनिश्चित स्थानांतरण के लिए
#1 पूर्ण तरह से बैकग्राउंड की जांच
एक पैकर्स और मूवर्स कंपनी की विश्वसनीयता साबित करने वाले मुख्य कागज-पत्र में से एक यह है कि उनके पास सरकार द्वारा दिए गए आवश्यक पंजीकरण दस्तावेज होना चाहिए। एश्योरशिफ्ट निम्न प्रकार से जाँच करके स्थानांतरण सेवा प्रदाताओं की पूरी गहराई से पृष्ठभूमि का सत्यापन करता है:
- कंपनी जीएसटी पंजीकरण,
- कार्यालय सेटअप, स्थान और प्रमाण,
- ओनर आईडी प्रूफ,
- संपर्क विवरण,
- ग्राहक प्रतिक्रिया के साथ पूर्व कार्य अनुभव,
- Google रेटिंग और समीक्षाएं।
एश्योरशिफ्ट ग्राहकों को परेशानी मुक्त और विश्वसनीय पैकिंग मूविंग सेवाएं प्रदान करने और उनके स्थानांतरण के अंत में 100% संतुष्टि की सुनिश्चित करता है।
#2 बजट के अनुकूल दरों पर सर्वोत्तम मिलान वाली सेवाएं
हमारे पार्टनर पैकर्स एंड मूवर्स के पास रिलोकेशन सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदर्शन करने का अच्छा अनुभव है और ग्राहकों की आवश्यकता के अनुसार किसी भी आइटम को स्थानांतरित करने के लिए अच्छी तरह से प्रशिक्षित हैं। वे शुरू से अंत तक पूरी प्रक्रिया को संभालने में सक्षम हैं, यानी, एक अच्छी तरह से नियोजित रणनीति तैयार करना, पैकिंग, लोडिंग, पूरी सुरक्षा के साथ वस्तुओं का परिवहन, और गंतव्य पर अनलोडिंग और अनपैकिंग करना।
युक्ति: भारत में सबसे सटीक पैकर्स और मूवर्स शुल्क प्राप्त करने के लिए (किसी भी आइटम को देश में किसी भी स्थान पर ले जाने के लिए), हमेशा एक भौतिक प्री-मूव सर्वेक्षण अनुरोध करें। जब मूवर्स व्यक्तिगत रूप से वस्तुओं का सर्वेक्षण करते हैं, तो उन्हें सटीक आवश्यकताओं का बेहतर विचार मिलता है और वे स्थानांतरण लागत की अधिक सटीक गणना करने में सक्षम होते हैं।
#3 लाइटनिंग-फास्ट रिस्पांस और एंड-टू-एंड सपोर्ट
एश्योरशिफ्ट ग्राहकों के किसी भी प्रश्न का तुरंत जवाब देकर आपके हर कदम को परेशान मुक्त बनाने के लिए निरंतर काम करता है।
- फॉर्म जमा करते ही ग्राहकों को तुरंत रेफर किए गए मूवर्स की पूरी जानकारी मिल जाएगी।
- हमारे मूवर्स भी जल्दी से स्थानांतरण लागत का अनुमान लगाते हैं या भौतिक पूर्व-चाल सर्वेक्षण के लिए घर भी आ सकते हैं।
- एश्योरशिफ्ट के उपयोग सेआसान इंटरफेस के साथ, कई मूवर्स के विवरणों की तुलना कम समय में आसानी से की जा सकती है (जैसे, चेकिंग शुल्क, सेवाओं की पेशकश, रेटिंग, समीक्षा, आदि)।
साथ ही, एश्योरशिफ्ट सुनिश्चित करता है कि ग्राहकों को पूरी स्थानांतरण प्रक्रिया के दौरान आवश्यक समर्थन मिले, यानी अनुरोध जमा करने के समय से लेकर सामान की अंतिम डोरस्टेप डिलीवरी तक।
# 4 नियमित प्रतिक्रिया और गुणवत्ता संरक्षण
एश्योरशिफ्ट ग्राहकों की पूर्ण संतुष्टि सुनिश्चित करने के लिए काम करता है। ग्राहकों से नियमित फीडबैक लेने से संभावित ग्राहकों को अच्छी तरह से सूचित निर्णय लेने में मदद मिलती है और साथ ही साथ हर दिन काम करने की प्रक्रिया में सुधार होता है। एश्योरशिफ्ट को ग्राहकों द्वारा सामना की स्थानांतरण के समय आने वाली विभिन्न समस्याओं जैसे कि अचानक मूल्य वृद्धि, सामान का नुकसान, स्थानांतरण के दौरान मूवर्स के अनैतिक व्यवहार पता चलता रहता है।
प्राप्त शिकायतों की गंभीरता के आधार पर, एश्योरशिफ्ट सेवा की गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए आवश्यक कार्रवाई करता है, :जैसे
- गैर-पेशेवर मूवर्स और पैकर्स को अस्थायी रूप से निलंबित या वेबसाइट से उनके व्यावसायिक प्रोफाइल को स्थायी रूप से हटाकर दंडित करना, साथ ही साथ
- लिस्टिंग में उच्च रैंक मैं रख के शीर्ष प्रदर्शन करने वाली कंपनियों को पुरस्कृत करना ।
निष्कर्ष के तौर पर
एश्योरशिफ्ट समझती है कि कई सारे सामान ले जाना जोखिम भरा हो सकता है और वित्तीय, मानसिक और शारीरिक दबाव पैदा कर सकता है, खासकर बिना किसी पूर्व अनुभव से किया गया हो तो। इसके अलावा, बहुत से ग्राहक वास्तव में भरोसेमंद स्थानांतरण सेवा प्रदाताओं को किराए पर लेने का सही तरीका भी नहीं जानते हैं। और तो और क्योंकि वर्तमान समय में कई धोखाधड़ी करने वाली कंपनियां भी बाजार में स्थापित हैं।
धोखेबाज पैकर्स और मूवर्स को खत्म करने के मिशन के साथ, एश्योरशिफ्ट ने स्थानांतरण कंपनियों के काम काज़ की प्रक्रिया में सुधार लाई हे, और इसके परिणामस्वरूप, भारत में पैकिंग और स्थानांतरित करने की प्रक्रिया में क्रांतिकारी बदलाव आया है। एश्योरशिफ्ट के माध्यम से जाने का सबसे महत्वपूर्ण लाभ यह है कि भरोसेमंद पैकर्स और मूवर्स ढूंढना आसान हो जाता है, और बजट के अनुसार सही कंपनी मिनटों के अंदर मिल जाता है।
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