डिजिटल डेस्क, श्रीनगर। जम्मू एवं कश्मीर पुलिस ने शोपियां जिले में 12 जुलाई को मुठभेड़ में मारे गए तीन संदिग्ध आतंकवादियों के डीएनए का विश्लेषण कराएगी, क्योंकि राजौरी के कई परिवारों ने दावा किया है कि उसी समय से उनके रिश्तेदार लापता हैं। सोशल मीडिया पर खबर फैल रही है कि मुठभेड़ में कथित रूप से इनके रिश्तेदार मारे गए हैं। राजौरी के परिवारों ने अपने रिश्तेदारों के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई है, जिस पर पुलिस ने संज्ञान लिया है।
पुलिस ने कहा, कुछ परिवारों के इस दावे पर कि काम से शोपियां गए उनके रिश्तेदार लापता हैं, राजौरी जिले की पुलिस ने सोमवार को उन परिवारों से मुलाकात की। बताया गया कि लापता हुए रिश्तेदारों से फोन पर उनकी आखिरी बार बात 17 जुलाई को हुई थी। इस बीच सोशल मीडिया पर यह खबर तैरी कि 18 जुलाई को शोपियां में हुई मुठभेड़ में जो आतंकवादी मारे गए, वे कथित रूप से इन परिवारों के रिश्तेदार थे।
पुलिस ने कहा कि श्रीनगर स्थित पीसीआर कश्मीर में रखे शवों की पहचान के लिए पर्याप्त समय दिया गया। हालांकि शवों की शिनाख्त नहीं की जा सकी। पोस्टमार्टम और डीएनए के नमूने लिए जाने के बाद शवों को मजिस्ट्रेट के सामने दफनाया गया। इस बीच, सेना ने भी पीड़ित परिवारों व सोशल मीडिया के दावे को नोटिस में लिया और कथित ऑपरेशन की जांच शुरू की।
Created On :   12 Aug 2020 12:30 AM IST