तीन साल पहले मां को खोया, अब JEE Mains में हासिल किया परफेक्ट 100 परसेन्टाइल

JEE Main 2019 results dhruv arora from indore topper
तीन साल पहले मां को खोया, अब JEE Mains में हासिल किया परफेक्ट 100 परसेन्टाइल
तीन साल पहले मां को खोया, अब JEE Mains में हासिल किया परफेक्ट 100 परसेन्टाइल
हाईलाइट
  • JEE Mains का रिजल्ट घोषित
  • 15 छात्रों ने परफेक्ट 100 परसेन्टाइल स्कोर हासिल किया
  • इंदौर के छात्र ध्रुव अरोड़ा भी इन 15 छात्रों में शामिल है।
  • इस साल करीब 8.7 लाख छात्र-छात्राएं JEE Mains एग्जाम में बैठे थे।

डिजिटल डेस्क, इंदौर। जॉइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन- मेन्स (JEE Mains) का रिजल्ट आ चुका है। यह एग्जाम इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन के लिए कराए जाते हैं। इस साल करीब 8.7 लाख छात्र-छात्राएं JEE Mains एग्जाम में बैठे थे। इसमें से 15 छात्रों ने परफेक्ट 100 परसेन्टाइल स्कोर हासिल किया है। इंदौर के छात्र ध्रुव अरोड़ा भी इन 15 छात्रों में शामिल हैं। ध्रुव की मां का तीन साल पहले निधन हो चुका है। हालांकि ध्रुव के पिता ने उन्हें उनके मकसद से भटकने नहीं दिया। बता दें कि पहली बार यह एग्जाम ऑनलाइन कमप्यूटर बेस्ड टेस्टिंग फॉर्मेट पर कराया गया है।

परफेक्ट 100 स्कोर करने के बाद ध्रुव ने बताया कि उन्हें फिजिक्स से बेहद प्यार है। हालांकि वह IIT में एडमिशन नहीं लेना चाहते और उनका मकसद कुछ दूसरा है। ध्रुव ने बताया, "मैं इसके बाद होने वाले JEE एडवांस में बैठूंगा जरूर, लेकिन मैंने सिर्फ IIT में ही एडमिशन लेने का मकसद नहीं बनाया है। फिजिक्स मेरा फेवरेट सब्जेक्ट है, इसलिए मैं थिओरीज में अपना भविष्य बनाना चाहता हूं। मेरा मन है कि मैं इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ साइंस, बैंगलुरु में एडमिशन लूं।"

 

 

ध्रुव ने परफेक्ट स्कोर का क्रेडिट NCERT की किताबें को दिया। ध्रुव ने बताया, "JEE मेन्स क्वालिफाई करने के लिए NCERT की किताबें ही काफी हैं। इसबार का एंट्रेंस एग्जाम काफी आसान था। मैंने फाइनल तैयारी के लिए NCERT बुक्स के सवाल सोल्व किए और साथ ही पिछले साल के सवाल भी लगाए। मैंने नेशनल लेवल के ओलंपियाड में भी भाग लिया था। इससे मुझे मेरी तैयारी के बारे में भी पता चला था।"

JEE मेन्स एग्जाम के दौरान उनकी स्ट्रैट्जी क्या थी। इसपर ध्रुव ने कहा कि "मैंने एग्जाम के दौरान कैमेस्ट्री के पेपर से शुरुआत की और 30 मिनट में सोल्व कर दिया। इसके बाद मैंने मैथ्स शुरू किया और सभी सवालों पर समय देते हुए सोल्व किया। मुझे पता था कि मैं फिजिक्स आसानी से सोल्व कर दूंगा। मैं उसमें इतना कॉन्फिडेंट था कि अगर मुझे लिमिटेड टाइम भी मिलता है, तो मैं पेपर को पूरा कर दूंगा।"

ध्रुव की मां का निधन तीन साल पहले हुआ था। हालांकि पिता ने ध्रुव को कभी उनके मकसद से भटकने नहीं दिया। ध्रुव के पिता ने उन्हें लगातार बूस्ट किया। ध्रुव बताते हैं कि मेन्स के ऑनलाइन फॉर्मेट से वह पहले से ही वाकिफ थे, इसलिए उन्हें कोई परेशानी नहीं हुई। ध्रुव ने इसके साथ ही नए बच्चों को सलाह भी दी कि जो छात्र मेन्स की तैयारी कर रहे हैं, उन्हें पिछले साल के प्रश्नपत्र जरूर सोल्व करने चाहिए, ताकि उससे कुछ आइडिया मिल सके।

बता दें कि 15 छात्रों में से चार तेलंगाना से हैं, तीन महाराष्ट्र से हैं, दो उत्तर प्रदेश से हैं। जो छात्र इस बार क्वालीफाई नहीं कर पाए, उनके पास अप्रैल में JEE Main की परीक्षा में दोबारा शामिल होने का एक मौका होगा। JEE Main 2 का एप्लीकेशन फॉर्म फरवरी में जारी किए जाएंगे। JEE Mains-2 के बाद ही इस एग्जाम की रैंकिंग भी तैयार की जाएगी। 


 

Created On :   19 Jan 2019 10:23 PM IST

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