2019 में बीजेपी को सबक सिखाएंगे: जिग्नेश मेवाणी

डिजिटल डेस्क,दिल्ली। एक तरह 200 साल पुरानी हिंसा को लेकर महाराष्ट्र में हिंसा छिंड़ी हुई थी और अब राजनीतिक गलियारों में बहस छिड़ी हुई है। अब गुजरात के दलित नेता जिग्नेश मेवाणी ने बीजेपी सरकार पर जमकर हमला बोला है। पुणे में एफआईआर दर्ज होने के बाद दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए मेवाणी ने भीमा-कोरेगांव की हिंसा का जिक्र करते हुए कहा कि पीएम मोदी को इस मामले में चुप्पी तोड़ना चाहिए।
PM मोदी अत्याचार के खिलाफ चुप क्यों ?
मेवाणी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए पीएम से सवाल किया कि दलितों के खिलाफ हो रहे अत्याचार पर पीएम मोदी चुप क्यों हैं ? जबकि पीएम खुद अपने आप को अंबेडकर का भक्त बताते हैं। मेवाणी ने कहा कि जातीय हिंसा पर पीएम मोदी को आगे आना चाहिए और जवाब देना चाहिए। दलितों पर केंद्र अपना रुख साफ क्यों नहीं करती। पीएम बताएं कि दलितों को अधिकार हैं या नहीं।
डर गई है बीजेपी
मीडिया से बात करते हुए जिग्नेश ने कहा कि मैं हिंसा वाली जगह पर गया ही नहीं था। मुझे जानबूझकर निशाना बनाया जा रहा है। मेरे भाषण में कुछ भी भड़काऊ नहीं था। जिग्नेश ने कहा कि 2019 में बीजेपी को मुझसे खतरा दिख रहा है। इसलिए इस तरह की कार्रवाई की गई है। देश में दलित सुरक्षित नहीं है। जिग्नेश ने कहा कि 2019 में बीजेपी को सबक सिखाएंगे।
इससे पहले मेवाणी ने ट्वीट करते हुए यह जानकारी दी है कि वो आज दिल्ली आ रहे हैं। भीमा-कोरेगांव हिंसा और खुद पर लगे आधारहीन आरोपों पर वह प्रेस कांफ्रेंस करने जा रहे हैं। उन्होंने लिखा, "दिल्ली में 1 बजे प्रेस क्लब में भीमा-कोरेगांव हिंसा और अपने पर लगे आरोपों का जवाब दूंगा."
Will address the media today at Delhi at 1:00 at Press Club on Bhima-koreganv and frivolous complaint against me.#BhimaKoregaon #JigneshMevani
— Jignesh Mevani (@jigneshmevani80) January 5, 2018
कार्यक्रम को इजाजत नहीं मिली
गौरतलब है कि मुंबई पुलिस की ओर से जिग्नेश मेवाणी को कार्यक्रम की इजाजत नहीं मिलने के बाद जिग्नेश मेवाणी और जेएनयू के छात्रनेता उमर खालिद के समर्थकों ने जमकर प्रदर्शन और नारेबाजी की। दोनों नेता बतौर वक्ता छात्र भारती के कार्यक्रम में शामिल होने वाले थे।
मेवाणी-उमर खालिद के खिलाफ केस दर्ज
बता दें भीमा-कोरेगांव हिंसा के मामले में महाराष्ट्र पुलिस ने जिग्नेश मेवाणी और JNU के छात्र नेता उमर खालिद पर केस दर्ज किया। दोनों पर हिंसा भड़काने का आरोप है। दोनों पर सेक्शन 153(A), 505, 117 के तहत पुणे में एफआईआर दर्ज की गई है। साथ ही पुणे में हुए कार्यक्रम के दौरान भड़काऊ भाषण देने का आरोप भी लगा है।
Created On :   5 Jan 2018 1:52 PM IST