डिजिटल डेस्क, जम्मू। कठुआ गैंगरेप मामले को लेकर जम्मू-कश्मीर के नए डेप्युटी सीएम कविंदर गुप्ता का असंवेदनशील बयान सामने आया है। कविंदर गुप्ता ने कठुआ की घटना को छोटी से बात बताया है। डेप्युटी सीएम के इस बयान के बाद हर जगह उनकी आलोचना हो रही है। हालांकि इसके बाद उन्होंने अपने इस बयान पर सफाई भी पेश की है। उन्होंने कहा, उनके कहने का मतलब था कि मामले को जानबूझकर भड़काने की कोशिश नहीं करनी चाहिए।
मेरी बात का गलत मतलब निकला गया
कविंदर गुप्ता समेत सात अन्य नेताओं ने राज्य की पीडीपी बीजेपी सरकार के मंत्री के रूप में सोमवार को शपथ ली है। शपथ लेने के कुछ देर बाद ही कठुआ गैंगरेप को लेकर डेप्युटी सीएम छोटी सी बात बताकर घिर गए है। डेप्युटी सीएम के बयान की चौतरफा आलोचना होने के बाद उन्होंने कहा, "मेरी बात का गलत मतलब निकाला गया है। कठुआ का मामला विचाराधीन है। अब उस पर सुप्रीम कोर्ट तय करेगा, बार-बार उस मुद्दे को छेड़ना ठीक नहीं है।" उन्होंने कहा, "इस मामले को तूल देना अच्छी बात नहीं है। मैंने यह कहा कि इस तरह के मामले काफी हैं, जानबूझकर इसको भड़काने की कोशिश नहीं करनी चाहिए।"
Kathua ka maamla subjudice hai. Ab uspar SC tay karegi, baar baar us issue ko chhedna thik nahi hai. Is maamle ko tul dena acchi baat nahi hai. Maine ye kaha ki is tarah ke kaafi maamle hain, janbhooj kar isko bhadkane ki koshish nahin karni chahiye: Kavinder Gupta, JK Dy CM pic.twitter.com/01jGWGXHmD
— ANI (@ANI) April 30, 2018
दो मंत्रियों ने भी किया था आरोपियों का समर्थन
इससे पहले जम्मू कश्मीर के फॉरेस्ट मिनिस्टर लाल सिंह और उद्योग मंत्री चंद्रप्रकाश गंगा ने भी कठुआ गैंगरेप के आरोपियों का बचाव किया था। यह रैली हिंदू एकता मंच ने आयोजित की थी। इस मामले में दोनों नेताओं से क्राइम ब्रांच ने भी पूछताछ की थी। जिसके बाद दोनों मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया था। दोनों मंत्रियों के इस्तीफे के पीछे एक वजह ये भी मानी जा रही थी कि गठबंधन सहयोगी पीडीपी और पीएमओ का दबाव था। पीडीपी विधायकों का कहना था कि भाजपा के इन मंत्रियों की वजह से पार्टी की छवि खराब हो रही है। इसका सीधा खामियाजा पार्टी को उठाना पड़ सकता था।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, 10 जनवरी को जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले की हीरानगर तहसील के रसाना गांव से एक 8 साल की बच्ची अगवा हो गई थी। इस बच्ची के साथ कई दिनों तक रेप किया गया और बाद में उसकी हत्या कर दी गई। गांव के जंगलों में बच्ची की लाश पड़ी मिली थी। जानकारी के मुताबिक, बच्ची को अगवा करके गांव के एक धार्मिक स्थल में रखा गया था, जहां उसे बार-बार नशा दिया और कई बार रेप किया गया। बच्ची को अपनी हवस का शिकार बनाने के बाद आरोपियों ने पहले बच्ची का गला घोंटा और बाद में उसके सिर पर पत्थर मार कर उसकी हत्या कर दी।
Created On :   30 April 2018 9:06 PM IST