जेएनयू छात्रों का प्रदर्शन, कुछ राहगीरों ने लगाए जेएनयू मुदार्बाद के नारे
- जेएनयू छात्रों का प्रदर्शन
- कुछ राहगीरों ने लगाए जेएनयू मुदार्बाद के नारे
नई दिल्ली, 9 जनवरी (आईएएनएस)। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के छात्रों का विरोध प्रदर्शन गुरुवार को दोपहर 12 बजे मंडी हाउस से शुरू हुआ और रात 8 बजे तक चला। दिल्ली के दिल कनॉट प्लेस तक आ पहुंचे छात्रों ने सड़क के बीचो-बीच बैठकर जेएनयू वीसी मुर्दाबाद, दिल्ली पुलिस मुर्दाबाद, लाल सलाम जैसे नारे लगाए। इस दौरान ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर समेत तमाम वरिष्ठ अधिकारी व बड़ी संख्या में फोर्स राजीव चौक में मौजूद रही।
वहीं राजीव चौक पर जेएनयू के छात्रों द्वारा प्रदर्शन खत्म किए जाने के दौरान 20-25 युवकों का एक समूह यहां पहुंचा। इनमें से कुछ युवकों की जेएनयू के छात्रों के साथ तीखी बहस हुई। राजीव चौक पर इकट्ठा हुए इन युवकों ने जेएनयू मुर्दाबाद, दिल्ली पुलिस जिंदाबाद के नारे लगाए।
जवाब में जेएनयू के छात्रों ने सामूहिक रूप से राष्ट्रगान जन गण मन गाया। इसके बाद जेएनयू के अधिकांश छात्र पुलिस के बार-बार अपील करने पर अपना धरना समाप्त कर कर चले गए।
छात्रों के जाने के बाद पुलिस ने जेएनयू मुर्दाबाद के नारे लगा रहे युवकों को भी वहां से जाने की अपील की। पुलिस की अपील पर इन युवकों ने नारेबाजी बंद कर दी। नारेबाजी कर रहे तिलक वर्मा नामक एक युवक ने बताया कि वह दिल्ली के लक्ष्मी नगर में रहता है। तिलक के मुताबिक, वह घूमने के लिए राजीव चौक आया था और इस दौरान जेएनयू विरोधी नारेबाजी में शामिल हो गया। एक अन्य युवक मनोज पांडे ने बताया कि वह भी यहां खड़ा होकर जेएनयू छात्रों का प्रदर्शन देख रहा था। जैसे ही कुछ युवक जेएनयू के खिलाफ नारेबाजी करने लगे तो वह भी इसमें शामिल हो गया।
पुलिस ने छात्रों से राजीव चौक का व्यस्त इलाका खाली करने की अपील की। छात्रों को विश्वविद्यालय भिजवाने के लिए पुलिस ने बाकायदा एक लग्जरी बस भी मौके पर बुलवाई। हालांकि छात्रों ने पुलिस की बुलवाई बस में बैठने से इनकार कर दिया। रात करीब 8:45 बजे छात्रों ने अपनाया प्रदर्शन खत्म किया।
वहीं कुछ छात्र राष्ट्रपति भवन की ओर प्रदर्शन करने के लिए बढ़े, लेकिन पुलिस ने उन्हें रास्ते में ही रोक लिया। जेएनयू छात्रसंघ की अध्यक्ष आइशी घोष ने शास्त्री भवन के बाहर प्रदर्शन कर रहे छात्रों से कहा कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अधिकारियों से उन्हें कोई आश्वासन नहीं मिला है।
आइशी ने कहा कि छात्र अपना यह आंदोलन जारी रखेंगे। छात्रसंघ की अध्यक्ष ने प्रदर्शन कर रहे छात्रों से कहा, मानव संसाधन विकास मंत्रालय के बाद अब हम राष्ट्रपति भवन जाकर अपनी मांगें पेश करेंगे। जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष व वामपंथी नेता कन्हैया कुमार भी शास्त्री भवन के बाहर छात्रों के विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए। उन्होंने जेएनयू के कुलपति को विश्वविद्यालय में फैली हिंसा व सुरक्षा के लिए जिम्मेदार ठहराया।
Created On :   9 Jan 2020 10:30 PM IST