कर्नाटक का ओपिनियल पोल : कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी, बीजेपी को होगा फायदा
डिजिटल डेस्क, बेंगलुरु। कर्नाटक में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले आए ओपिनियल पोल में राज्य में किसी भी पार्टी की सरकार बनते नहीं दिख रही है। इंडिया टुडे चैनल के ओपिनियन पोल में अनुमान लगाया गया है कि राज्य में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरेगी, लेकिन उसे बहुमत नहीं मिलेगा। वहीं बीजेपी टक्कर तो देती दिख रही है, लेकिन जनता दल (सेक्युलर) राज्य में किंगमेकर की भूमिका निभा सकती है। ओपिनियन पोल के मुताबिक, बीजेपी-कांग्रेस दोनों ही बहुमत से दूर रहेंगे, ऐसे में जेडीएस के साथ मिलकर सरकार बनाई जा सकती है। वहीं मुख्यमंत्री के तौर पर सिद्धारमैया अभी भी सबसे लोकप्रिय बने हुए हैं, जबकि बीजेपी के बीएस येदियुरप्पा दूसरे नंबर पर हैं।
कांग्रेस सबसे बड़ी, बीजेपी फायदे में
इंडिया टुडे चैनल की तरफ से लाए गए इस ओपिनियन पोल के मुताबिक, कांग्रेस एक बार फिर से राज्य में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभर सकती है। पोल के मुताबिक, इन चुनावों में कांग्रेस को 90-101 सीटें मिलने का अनुमान है। हालांकि इसके बाद भी कांग्रेस को पिछले चुनावों से नुकसान है। पिछले चुनावों में कांग्रेस ने 122 सीटों पर जीत दर्ज की थी, जबकि इस बार 90-101 सीटें मिलने का अनुमान है। इसका मतलब ये हुआ कि चुनावों में कांग्रेस को कम से कम 20 सीटों का नुकसान हो सकता है, जबकि उसके वोट शेयर में कोई खासी बढ़ोतरी नहीं देखने को मिल रही है। वहीं बीजेपी को इन चुनावों में फायदा होते दिख रहा है, बीजेपी को पिछले चुनावों से इस बार 40 से ज्यादा सीटों का फायदा मिल सकता है।
किस पार्टी को कितनी सीटें मिलने का अनुमान?
ओपिनियल पोल के मुताबिक, कर्नाचक की 224 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस को 37% वोट शेयर के साथ 90-101 सीटें मिल सकती हैं। वहीं बीजेपी को 35% वोट शेयर के साथ 78-86 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है। हालांकि दोनों ही पार्टी राज्य में बहुमत के लिए जरूरी 113 सीटों के जादुई आंकड़े से पीछे रह जाएगी। पोल के अनुसार एचडी देवगौड़ा की जेडीएस राज्य में किंगमेकर की भूमिका निभा सकती है। जेडीएस को 19% वोट शेयर के साथ 34-43 सीटें मिलने की उम्मीद है। ऐसे में बीजेपी-कांग्रेस को सरकार बनाने के लिए जेडीएस की जरूरत होगी। जबकि अन्य के खाते में 4-7 सीटें जा सकती हैं।
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मुख्यमंत्री के लिए सिद्धारमैया पहली पसंद
वहीं मुख्यमंत्री के तौर पर सिद्धारमैया अभी भी पहली पसंद बने हुए हैं। ओपिनियल पोल के अनुसार, 33% लोगों ने मुख्यमंत्री के तौर पर सिद्धारमैया को पहली पसंद बताया है। साथ ही 38% लोगों ने सिद्धारमैया के काम को अच्छा या बहुत अच्छा माना है। जबकि बीजेपी के बीएस येदियुरप्पा को 26% लोगों ने मुख्यमंत्री के लिए पहली पसंद बताया है और वो दूसरे नंबर पर हैं।
कर्नाटक में पिछली बार क्या थे नतीजे?
कर्नाटक में 2013 में विधानसभा चुनाव हुए थे और कांग्रेस ने पूर्ण बहुमत के साथ अपनी सरकार बनाई थी। 2013 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने यहां की 224 सीटों में से 122 सीटें जीती थी, जबकि बीजेपी ने 40 और एचडी देवगौडा की जनता दल (सेक्यूलर) ने भी 40 सीटों पर कब्जा किया था। विधानसभा चुनावों में बीजेपी भले ही कुछ खास न कर पाई हो, लेकिन 2014 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी ने यहां की 28 सीटों में से 17 सीटें जीती थीं, जबकि कांग्रेस के खाते में सिर्फ 9 सीटें ही गई थी।
बीजेपी के लिए अहम क्यों?
- 2013 में बीजेपी सत्ता से अलग हो गई थी।
- कर्नाटक जीत से 2019 के चुनाव के लिए राह आसान होगी।
- दक्षिण भारत का एकमात्र राज्य जहां बीजेपी सत्ता में रही।
- अगर जीते तो दक्षिण भारत में पार्टी विस्तार करने में मदद मिलेगी।
कांग्रेस के लिए अहम क्यों?
- देश में अकेला बड़ा राज्य जाहां कांग्रेस की सरकार।
- सत्ता बरकररार रखना राहुल के लिए चुनौती।
- अगर हारी तो पंजाब ही एकमात्र बड़ा राज्य बचेगा।
- जीती को 2019 के लिए कांग्रेस के लिए मनोबल बढ़ेगा।
कर्नाटक में कब होंगे चुनाव?
कर्नाटक की 225 में से 224 विधानसभा सीटों के लिए एक ही चरण में 12 मई को वोटिंग की जाएगी। जबकि नतीजे 15 मई को घोषित किए जाएंगे।
Created On :   14 April 2018 11:11 AM IST