कर्नाटक चुनाव में सेंध लगाएगा RSS, कहा- लिंगायत का जवाब हिंदू कार्ड
डिजिटल डेस्क, बेंगलुरु। कर्नाटक विधानसभा चुनावों की सरगर्मियां काफी तेज हो गई हैं। एक ओर भारतीय जनता पार्टी को राज्य में सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस से कड़ी चुनौती मिल रही है। वहीं दूसरी ओर राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ (RSS) ने BJP को एक बड़ी राहत देने का काम किया है। RSS ने धीरे से कर्नाटक में सेंध लगाना शुरू कर दिया है। कर्नाटक चुनाव को लिंगायत मुद्दा प्रभावित कर सकता है, मगर RSS ने इसका जवाब हिंदू कार्ड से देने की फुल तैयारी शुरू कर दी है।
RSS ने अपने वरिष्ठ प्रचारकों समेत कई सदस्यों को कर्नाटक भेज दिया है, जो वहां लिंगायत का जवाब हिंदू कार्ड से देने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। कांग्रेस से मिल रही कड़ी टक्कर के बीच RSS ने गुपचुप तरीके से कर्नाटक में अपने स्वयंसेवकों को एकजुट करना शुरू कर दिया है। देशभर से करीब 28 वरिष्ठ प्रचारकों ने बेंगलुरु में पहले से ही अपना डेरा डाल दिया है। ये सभी प्रचारक राज्यभर में अपनी शाखाओं से संपर्क कर रहे हैं। इस तरह RSS के एक्शन में आने से लिंगायत मुद्दे पर दबाव में आई BJP को बड़ी राहत मिली है।
बता दें कि कर्नाटक राज्य दक्षिण भारत में प्रवेश के लिए प्रमुख द्वार माना जाता है और इसे जीतने के लिए BJP ने एड़ी चोटी का जोर लगाना शुरू कर दिया है। कर्नाटक में कमल खिलाने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने भी अपनी कमर कस ली है। साथ ही सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील तटीय जिलों की बात करें तो यहां RSS और BJP मिलकर कांग्रेस तथा कट्टर अल्पसंख्यक गुटों के खिलाफ मोर्चा संभालने के लिए पूरी तरह से तैयार नजर आ रही है।
इन बड़े निर्णायक इलाकों पर RSS-BJP का फोकस
कर्नाटक के उत्तरी और तटीय इलाके चुनाव की नजर से बहुत ही बड़े निर्णायक साबित होते रहे हैं। इन इलाकों पर RSS और BJP ने अपना पूरा फोकस बनाया हुआ है। इस इलाके में 80 से 100 सीटें आती हैं, जो चुनाव में बहुमत हासिल करने के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण हैं। RSS पदाधिकारियों ने भी जानकारी दी है कि उनके प्रचारक और कार्यकर्ता मुख्य रूप से अभी उत्तरी कर्नाटक और तटीय इलाकों पर फोकस करेंगे।
Created On :   9 April 2018 7:54 PM IST