कर्नाटक के कांग्रेसी मंत्री ने सरेआम पीएम मोदी को दी गंदी गालियां

Karnataka Congress MLA uses filthy language against pm narendra modi
कर्नाटक के कांग्रेसी मंत्री ने सरेआम पीएम मोदी को दी गंदी गालियां
कर्नाटक के कांग्रेसी मंत्री ने सरेआम पीएम मोदी को दी गंदी गालियां

डिजिटल डेस्क, बेंगलुरू। कर्नाटक सरकार के शहरी विकास मंत्री और कांग्रेस नेता आर रोशन बेग ने एक सभा के दौरान देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खुले आम गंदी गांलिया दी और उनके बारे में असंसदीय शब्दों का प्रयोग किया। इसके बाद भाजपा के साथ-साथ अन्य दलों के लोग बेग के इस बयान की निंदा कर रहे हैं।

मामला कर्नाटक के विधानसभा क्षेत्र पुलिकेशनगर का है। यहां पर कर्नाटक सरकार के शहरी विकास मंत्री रोशन बेग कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को संबोधित करने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार और मोदी सरकार पर जमकर हमले किए साथ ही नोटबंदी पर कहा कि मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद लोगों ने उन्हें अपना बेटा बताया। पर जब मोदी ने 1000, 500 रुपए के नोट बैन कर दिए तो ऐसे ही लोग उनपर हमला कर रहे हैं। 

भाजपा सरकार और नोटबंदी पर अपने इस बयान के बाद बेग ने प्रधानमंत्री मोदी के लिए एक बेहद भद्दी गाली देते हुए कहा ये कांग्रेस नहीं है जिसने नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार को सपोर्ट किया था। उनका सपोर्ट गुजराती और मारवाड़ी लोगों ने किया था। वे ही लोग अब इनके खिलाफ बोल रहे हैं। बता दें कि कांग्रेसी मंत्री के यह बयान तीन पहले दिया था जिसका वीडियो सोशल मीडिया और इंटरनेट पर जमकर वायरल हो रहा है। 

"यही है कांग्रेस कल्चर"
बेग के इस बयान पर कर्नाटका की भाजपा सांसद शोभा कर्नादलजे ने इसे कांग्रेस कल्चर का हिस्सा बताया। शोभा ने बेग को मोदी से माफी मांगने के लिए कहा है। साथ ही उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया से रोशन बेग को मंत्री पद से हटाने की बात भी कही।

"भाजपा नहीं, पूरे देश के प्रधानमंत्री हैं मोदी"
कांग्रेस के मंत्री के बयान के बाद भाजपा के प्रवक्ता मधुसुदन ने कहा कि नरेंद्र मोदी भाजपा ही नहीं पूरे देश के प्रधानमंत्री है। उन्होंने बेग को कहा कि, वे अपनी भाषा पर लगाम लगाए, नहीं तो हमें मजबूरन उस भाषा में जवाब देना होगा जो भाषा वे समझते हैं। पूर्व प्रधानमंत्री और जनता दल सेक्यूलर सुप्रीमो एचडी देवगौड़ा ने भी बेग के इस बयान को गलत बताते हुए कहा कि जो भी हो, भावनाओं को कंट्रोल करना चाहिए और किसी तरह की लिमिट क्रॉस नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा, "मुद्दों की बात की जानी चाहिए और इसमें भाषा का ध्यान जरूर रखना चाहिए।"

Created On :   13 Oct 2017 5:25 PM GMT

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