बैरियर खुलते ही दिल्ली में दाखिल हुए किसान, चौधरी चरण सिंह की समाधि पर आंदोलन खत्म

बैरियर खुलते ही दिल्ली में दाखिल हुए किसान, चौधरी चरण सिंह की समाधि पर आंदोलन खत्म
हाईलाइट
  • उत्तराखंड के हरिद्वार से शुरु हुई थी किसानों की यात्रा।
  • दिल्ली में किसान क्रांति यात्रा।
  • दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर भिड़े किसान-जवान
  • भारी पुलिस बल तैनात
  • पूर्वी दिल्ली में धारा 144 लागू।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। किसानों की क्रांति पदयात्रा मंगलवार देर रात खत्म हो गई। किसानों के मसीहा कहे जाने वाले दिवंगत चौधरी चरण सिंह की समाधि पर पहुंचकर किसानों ने फूल चढ़ाए और आंदोलन खत्म कर दिया। इसके पहले अपनी मांगों को लेकर किसानों ने दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर ही डेरा डाल दिया था। किसान सोमवार रात से यूपी बॉर्डर पर मांगों को लेकर अड़े हुए थे। मंगलवार देर रात करीब 12:30 बजे पुलिस ने बैरियर खोल दिए और किसानों को दिल्ली में प्रवेश की इजाजत दे दी। अचानक बैरियर खुलने की जानकारी मिलते ही किसानों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी। हाथों में बैनर लिए और नारेबाजी करते ये लोग अब किसान घाट गए।

 

भड़की आंदोलन की आग
भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले निकाली जा रही किसान क्रांति पदयात्रा मंगलवार को दिल्ली-यूपी सीमा पर हल्ला बोल किया। हजारों की संख्या में यहां किसान अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। किसानों का यह जत्था आज संसद का घेराव करने के लिए आगे बढ़ रहा था, जिसे दिल्ली से सटे गाजीपुर में ही रोक दिया गया। यहां किसानों को रोकने के लिए लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले भी छोड़े गए। इस बीच किसानों और केन्द्र सरकार के बीच बातचीत भी असफल हो गई है। भारतीय किसान यूनियन अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कहा है कि किसानों की सभी मांगों को सरकार की ओर से पूर्ण आश्वासन नहीं मिला है, इसलिए किसान आंदोलन जारी रहेगा। इससे पहले किसान नेताओं ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की, जिसके बाद बातचीत के जरिए 7 मामलों पर सहमति बना ली गई थी। किसानों की 4 मांगों पर सरकार की ओर से कोई आश्वासन नहीं मिला था। कुछ किसान नेता इससे संतुष्ट दिखे वहीं कुछ असंतुष्ट थे। खासकर पंजाब के किसानों ने इस समझौते को मानने से इंकार कर दिया। 

 

बता दें कि उत्तर प्रदेश और दिल्ली की बॉर्डर पर किसानों और पुलिस के बीच संघर्ष हुआ। किसान दिल्ली में दाखिल होने की कोशिश कर रहे थे तो पुलिस किसी भी तरह उन्हें रोकने की कोशिश कर रही थी। उग्र किसानों पर पुलिस ने वाटर कैनन से बौछारें की, जिसके बाद किसानों का प्रदर्शन उग्र हो गया। गुस्साए किसानों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी छोड़े, जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया। भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले किसान क्रांति यात्रा निकाली जा रही है। यात्रा में शामिल हजारों किसानों को दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर रोका गया है। किसानों को रोकने के लिए पूरे यमुनापार में धारा-144 लगा दी गई है। यूपी से दिल्ली में प्रवेश करने के सभी रास्तों को बंद कर दिया गया है।
 


दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर किसानों और जवानों के बीच घमासान हुआ था। किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया। आंसू गैस के गोले छोड़े। किसानों ने पुलिस का सुरक्षा घेरा तोड़ दिया था।  

देर रात दिल्ली में दाखिल हुए किसान 

 



 



 


 

Created On :   2 Oct 2018 7:59 AM IST

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