सुशील मोदी के बेटे की शादी में पहुंचे लालू-नीतीश, हाथ मिले पर दिल नहीं

मोहब्बतों में दिखावे की दोस्ती न मिला
अगर दिल नहीं मिलता तो हाथ भी न मिला
बशीर बद्र
सियासत की अपनी अलग इक ज़बां है
लिखा हो जो इक़रार, इनकार पढ़ना।
बशीर बद्र
डिजिटल डेस्क, पटना। राजनीति में जो होता है वो दिखता नहीं है, और जो दिखता है वो होता नहीं है। फ़िलहाल कुछ ऐसा ही हाल बिहार की सियासत का भी है। बिहार के दो बड़े नेता जो एक दूसरे पर लगातार आरोप लगाते रहते हैं, कई बार दोनों तरफ से भाषा की मर्यादा का भी ख्याल नहीं रखा जाता और बात मुद्दे से फिसल कर व्यक्तिगत हो जाती है। लेकिन इसके बावजूद सुशील मोदी के बेटे की शादी में लालू यादव पहुंचते हैं, लेकिन दोनों के बीच कड़वाहट साफ दिखती है।
दरअसल रविवार को बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी के बेटे उत्कर्ष की शादी थी जिसमें सीएम नीतीश कुमार के साथ लालू यादव भी पहुंचे थे। लालू का पहुंचाना इसलिए भी चर्चा का विषय बना हुआ क्योंकि पिछले कई महीनों से दोनों नेताओं के बीच तल्खी जग जाहिर है। विवाह स्थल पटना के वेटनरी कॉलेज का मैदान था।
शादी में शामिल होने के लिए यूं तो कई राजनीतिक दिग्गज पहुंचे लेकिन सबकी नजरें लालू और नीतीश पर टिकी थीं। महागठबंधन टूटने के बाद पहली बार किसी समारोह में दोनों नेता साथ में शिरकत कर रहे थे। हालांकि दोनों नेताओं के बीच मनमुटाव यहां भी दिखा। करीब दो घंटे तक दोनों नेता आसपास ही बैठे रहे लेकिन एक-दूसरे से बातचीत नहीं की।
लालू का आशीर्वाद
उधर, लालू ने कहा था कि राजनीति अलग है लेकिन शादियों में सियासत गलत है। लालू ने पहले ही साफ किया था कि उन्हें न्योता मिला है और वह सुशील मोदी के बेटे की शादी में जरूर शामिल होंगे। रविवार को लालू यादव शादी में शिरकत करने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने वर-वधु को आशीर्वाद दिया। शादी में केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली, केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, अनंत कुमार, राधा मोहन सिंह, बीजेपी नेता शाहनवाज हुसैन सहित बड़ी संख्या में राजनीतिक हस्तियों ने भी समारोह में हिस्सा लिया।
लालू के बेटे की धमकी
गौरतलब है कि लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव ने धमकी दी थी कि वह सुशील मोदी को घर में घुसकर मारेंगे। उन्होंने यह भी चेतावनी दी थी कि वह शादी में पहुंचकर तोड़-फोड़ करेंगे।
क्यों चर्चा में रही शादी
सुशील मोदी के बेटे की यह शादी काफी समय से चर्चा में है। मोदी ने पहले ही साफ कर दिया था कि यह शादी सादगी के साथ होनी है। इसमें न तो दहेज लिया गया है और न ही बैंड बजा मेहमानों और बारातियों का स्वागत भी नहीं किया गया।
Created On :   3 Dec 2017 9:38 PM IST