लालू यादव के आरोपों का नीतीश ने दिया जवाब

डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद द्वारा ‘राजगीर यात्रा’ पर सवाल उठाने पर जवाब दिए। नीतीश ने साथ ही लालू के कई और हमलों का जवाब दिया। उन्होंने कहा लालू निम्नस्तरीय बात कर रहे हैं। लालू का सीधे तौर पर नाम लिए बिना मुख्यमंत्री ने कहा ऐसे लोग परेशान और विक्षिप्त हैं। जो सत्ता से वंचित हैं। नीतीश ने लोक संवाद कार्यक्रम के बाद लालू पर पूछे गए सवालों का जवाब दिया। उन्होंने कहा, राजगीर मगध साम्राज्य की राजधानी रही है। यहां मेरी समाधि अगर बन जाती है तो इससे ज्यादा खुशकिस्मती हो ही नहीं सकती है। इन सब जगहों पर निर्वाण मिल जाए बहुत ख़ुशी होगी। मुख्यमंत्री ने कहा, चाहे किसी और भावना से ही सही ‘बड़े भाई’ (लालू यादव) के मुंह से बड़ी अच्छी बात निकल गई है।
नीतीश ने बताया कि वो बचपन से ही राजगीर जाते रहे हैं। उन्होंने अपने बचपन की याद साझा करते हुए कहा कि, जब वो मां की गोद में थे तब भी वहां जाया करते थे। उन्होंने लालू पर निशाना साधते हुए कहा कि जिसका जैसा स्तर होगा उसी तरह की बात करेगा। जदयू-राजद में निम्नस्तरीय आरोप-प्रत्यारोप पर मुख्यमंत्री ने कहा, मैंने अपने प्रवक्ताओं को भी कह दिया है कि मुझसे संबंधित कोई भी घटिया बात करे तो उसका जवाब नहीं दें। मैंने अपने 43 वर्षों के राजनैतिक जीवन में कभी कोई घटिया बातचीत नहीं की है। कभी किसी पर आपत्तिजनक टिप्पणी नहीं की है।
उन्होंने विरोधियों पर उनका नाम लिए बिना कहा कि आप (मीडियाकर्मी) लोग तरह तरह के लोगों से मिलते हैं। जेल के भीतर से भी मिलते हैं, भ्रष्टाचार करने वाले से भी मिलते हैं। अच्छे काम की धज्जियां उड़ाने वाले से भी मिलते हैं। आपसे ज्यादा बेहतर आदमी के स्वभाव को कौन जान सकता है।
गौरतलब है कि लालू यादव पिछले कई दिनों से लगातार बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोल रहे हैं। उन्होंने बिहार में 13 करोड़ रुपये के शौचालय घोटाले को लेकर भी शनिवार को नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला।
लालू ने ट्वीट करते हुए नीतीश कुमार के बारे में लिखा कि, "चारा घोटाले में इन लोगों ने कहा था कि लालू सारा चारा खा गए। अब शौचालय घोटाले में वो क्या बोलेंगे, नीतीश क्या खा गए?" उन्होंने एक और ट्वीट में लिखा कि, "बिहार में अब करोड़ों का शौचालय घोटाला। कागजों मे ही हजारों शौचालय खा गई नीतीश सरकार। शौचालय भी नहीं छोड़े? मुख्यमंत्री ईमानदार है, है ना?
Created On :   6 Nov 2017 8:46 PM IST