डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली । जम्मू कश्मीर के शीर्ष बीजेपी नेता एक जमीन को लेकर विवादों में फंसते दिख रहे हैं। जम्मू कश्मीर के विधानसभा स्पीकर निर्मल सिंह, उपमुख्यमंत्री कवींद्र गुप्ता सहित दूसरे कई नेताओं ने नागरोटा इलाके में जमीन खरीदी है। नागरोटा में सेना का आयुध डिपो है और इसी के चलते सेना के अधिकारियों ने जमीन पर हो रहे कंस्ट्रक्शन और जमीन खरीदे जाने का विरोध किया है। सेना के अधिकारियों ने इस जमीन को अवैध भी बताया है।
2014 में खरीदी करीब 12 एकड़ जमीन
जिस जमीन को लेकर सेना ने विरोध जताया है उसे निर्मल सिंह ने साल 2014 में हिमगिरी इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी से खरीदा था, इस कंपनी में जम्मू कश्मीर के वर्तमान उप मुख्यमंत्री कवींद्र गुप्ता और पुंछ लोकसभा सीट से बीजेपी सांसद जुगल किशोर शर्मा शेयर होल्डर हैं। अब जब निर्मल सिंह ने इस जमीन पर निर्माण कार्य शुरु कराया है तो सेना ने इस पर आपत्ति ली है और उन्हें सेना के एक अधिकारी ने खत भी लिखा है।
सेना ने बताया सुरक्षा को खतरा
आयुध डिपो के पास स्थित इस जमीन पर निर्माण कार्य शुरु होने के बाद आर्मी के 16 कॉर्प्स के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल सरनजीत सिंह ने 19 मार्च 2018 को तत्कालीन उपमुख्यमंत्री निर्मल सिंह को एक खत लिखा था जिसमें जनरल सरनजीत सिंह ने कड़ा विरोध जताते हुए निर्माण कार्य को सेना की सुरक्षा के लिए खतरा बताया था। साथ ही ये भी लिखा है कि निर्मल सिंह जो घर बनवा रहे हैं, वह अवैध है। आपसे निवेदन है कि सुरक्षा के मद्देनजर यहां पर हो रहे कंस्ट्रक्शन को लेकर फिर से विचार करें.
प्रशासन खामोश, निर्मल सिंह बोले विरोध के पीछे विपक्ष
रिपोर्टस के अनुसार पहले लेफ्टिनेंट जनरल सरनजीत सिंह ने निर्माण को लेकर स्थानीय प्रशासन से भी शिकायत की थी लेकिन जब स्थानीय प्रशासन ने उनकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की तो उन्होंने सीधे निर्मल सिंह को खत लिखा। वहीं जब इस बारे में निर्मल सिंह से सवाल पूछा गया तो उन्होंने विरोध को विपक्ष की राजनीति बताया। निर्मल सिंह का कहना है कि आर्मी की ओर से जो दावा किया जा रहा है वो उनका नजरिया है जो मेरे ऊपर लागू नहीं होता है।
Created On :   12 May 2018 11:10 AM IST