शहीद मेजर कमलेश पांडे के पिता बोले- पाक से निपटने के लिए जंग ही एक उपाय

डिजिटल डेस्क, हलद्वानी। गुरुवार को दक्षिण कश्मीर के शोंपिया में आतंकियों से मुठभेड़ में मेजर समेत दो जवान शहीद हो गए थे। शहीद हुए मेजर कमलेश पांडेय का पार्थिव शरीर गुरुवार रात को बरेली पहुंचा। जहां शुक्रवार सुबह आर्मी अस्पताल में शहीद को आर्मी ने श्रद्धांजलि दी। शहीद के परिजनों ने पाकिस्तान के आतंकवाद से छुटकारा पाने के लिए जंग को ही एकमात्र रास्ता बताया है। उनके पिता और भाई ने शहीद को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि पाकिस्तान को सबक सिखाने लिए युद्ध ही सबसे सही और कारगर तरीका है।
शहीद को अंतिम सलाम
शहीद मेजर को श्रद्धांजलि और अंतिम सलाम देने उत्तर प्रदेश सरकार ने वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल भी पहुंचे। साथ ही बरेली डीएम,पुलिस अधिकारी और सेना के कई बड़े अधिकारियों ने भी शहीद की शहादत को याद किया। शहीद को अंतिम विदा देते हुए वहां मौजूद हर एक व्यक्ति की आंखें नम थीं।
सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार
श्रद्धांजलि देने के बाद शहीद का पार्थिव शरीर विशेष विमान से उत्तराखंड के उनके गृह निवास हल्द्वानी के लिए रवाना हुआ। हल्द्वानी में शहीद कमलेश का परिवार रहता है। यहां बहादुर मेजर कमलेश पांडेय का सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।
फौजी परिवार के बेटे थे मेजर
मेजर कमलेश 2012 में सेना में कमीशन हुए थे। उनके परिवार में माता-पिता, पत्नी और दो साल की बेटी है। मेजर पांडे की शहादत से उनका पूरा परिवार गम में डूबा है। लेकिन उनके पिता को उनकी शहादत पर गर्व है। मेजर पांडे के पिता मोहन चंद्र पांडे भी रिटायर्ड फौजी हैं।उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की अकल ठिकाने लाने के लिए जंग एक मात्र उपाय है।
आरपार की लड़ाई से होगा पाक का खात्मा
शहीद मेजर कमलेश पांडे के छोटे भाई धीरेश पांडे भी आर्मी में हैं। मेजर पांडे के चचेरे भाई पंकज ने कहा कि पाकिस्तान जिस तरह भारत में आतंकवाद फैला रहा है। उसे खत्म करने के लिए एक बार आरपार की लड़ाई हो जानी चाहिए। महज 28 साल की उम्र में देश के लिए जान कुर्बान करने वाले मेजर कमलेश पांडे की पत्नी गाजियाबाद में नौकरी करती हैं।
सर्च ऑपरेशन के दौरान किया सेना पर हमला
सेना ने शोपियां जिले के जायपोरा इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी की खुफिया जानकारी मिलने के बाद रात को इलाके की घेराबंदी कर एक सर्च ऑपरेशन शुरू किया था। खोज अभियान के दौरान आतंकवादियों ने दल पर गोलीबारी शुरू कर दी, जिसमें मेजर कमलेश पांडे और जवान तेनजिन चुलतिम शहीद हो गए।
Created On :   4 Aug 2017 11:56 AM IST