दुनियाभर में धूमधाम से मनाई जा रही बुद्ध पूर्णिमा, श्रद्धालु लगा रहे हैं आस्था की डुबकी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली । 30 अप्रैल यानि आज बुद्ध पूर्णिमा का त्योहार है, इस दिन ही तथागत गौतम बुद्ध का जन्म हुआ था। आज दुनियाभर में भगवान गौतम बुद्ध की जयंती धूमधाम से मनाई जा रही है। वैदिक ग्रंथों के अनुसार भगवान बुद्ध नारायण के अवतार हैं, उन्होंने 2500 साल पहले धरती पर लोगों को अहिंसा और दया का ज्ञान दिया था। बौद्ध धर्म को मानने वाले विश्व में 50 करोड़ से अधिक लोग इस दिन को बड़ी धूमधाम से मनाते हैं। हिन्दू धर्मावलंबियों के लिए बुद्ध विष्णु के नौवें अवतार हैं। इसी वजह से हिन्दुओं के लिए भी यह दिन पवित्र माना जाता है। बुद्ध पूर्णिमा न सिर्फ भारत बल्कि दुनिया के कई अन्य देशों में भी पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाई जा रही है। बोध गया, इलाहाबाद और वाराणसी में भी भगवान गौतम बुद्ध की जयंती धूमधाम से मनाई जा रही है। इस मौके पर राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने देशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं।
बोधगया में बुद्ध जयंती
भगवान बुद्ध की ज्ञानस्थली बिहार के बोधगया में आज भगवान बुद्ध की 2562वीं जयंती धूमधाम से मनाई जा रही है। बिहार के बोधगया में देश-विदेश से श्रद्धालु आये हुए हैं। इस अवसर पर बोधगया में भव्य शोभायात्रा निकाली गयी है। इस दौरान बुद्धं शरणम् गच्छामि के जयघोष से बोधगया गूंज उठा। बोधगया में बोधिवृक्ष के दर्शन करने हजारों लोग रोज आते हैं। ये वही वृक्ष है जिसके नीचे बैठकर गौतम बुद्ध को बोध यानी ज्ञान प्राप्त हुआ था। बौध धर्म को मानने वालों के लिए ये वृक्ष बहुत महत्व रखता है। बुद्ध पूर्णिमा के दिन तो दूर-दूर से बौद्ध अनुयायी इस वृक्ष की पूजा करने आते हैं।
इलाहाबाद में बुद्ध जयंती
गौतम बुद्ध बौद्ध धर्म के संस्थापक थे। दुनिया भर में बौद्ध अनुयायियों के लिए ये काफी बड़ा त्यौहार है। बौद्ध धर्म को मानने वाले भगवान बुद्ध के उपदेशों का पालन करते हैं। इस अवसर पर इलाहाबाद में भव्य शोभायात्रा निकाली गयी है। शोभायात्रा में बड़ी संख्या में बौद्ध अनुयायियों सहित स्थानीय लोग शामिल हुए।
वाराणसी में बुद्ध जयंती
बुद्ध पूर्णिमा को वैशाख पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। बुद्ध पूर्णिमा के दिन दान-पुण्य और धर्म-कर्म के अनेक कार्य किए जाते हैं। आज हरिद्वार, वाराणसी, इलाहाबाद समेत कई जगहों पर श्रद्धालु पवित्र नदियों में स्नान करते हैं। दशावतारों में प्रमुख भगवान बुद्ध की जयंती वाराणसी में भी धूमधाम से मनाई जा रही है। वाराणसी में रैली में स्कूली बच्चे बढ़ी संख्या में शामिल हुए।
भगवान बुद्ध ने चार आर्यसत्य बताए हैं जिसके माध्यम से मनुष्य को जीवन जीने की प्रेरणा दी है। दुख है। दुख का कारण है। दुख का निवारण है। दुख निवारण का उपाय है। महात्मा बुद्ध ने 29 वर्ष की आयु में घर छोड़ दिया और संन्यास ले लिया था।
Created On :   30 April 2018 2:46 PM IST