जज लोया मौत: बीजेपी बोली- राजनीतिक लड़ाई को कोर्ट के जरिये न लड़े कांग्रेस

Loya Case Was Not Activated To Serve Public Interest But To Serve The Interests Of Congress Said Ravi Shankar Prasad
जज लोया मौत: बीजेपी बोली- राजनीतिक लड़ाई को कोर्ट के जरिये न लड़े कांग्रेस
जज लोया मौत: बीजेपी बोली- राजनीतिक लड़ाई को कोर्ट के जरिये न लड़े कांग्रेस

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को जज लोया की मौत मामले में अपना फैसला सुना दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने साफ कहा कि इस मामले में कोई जांच नहीं होगी, केस में कोई आधार नहीं है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि चार जजों के बयान पर संदेह का कोई कारण नहीं है। इसके बाद बीजेपी और कांग्रेस एक-दूसरे पर हमलावर हो गई हैं। जहां एक तरफ कांग्रेस इस मामले में स्वतंत्र जांच की मांग पर अड़ी हुई है, वहीं दूसरी तरफ बीजेपी का कहना है कि कांग्रेस राजनीतिक लड़ाई को कोर्ट के रास्ते से लड़ना चाहती है।

केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने बाकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि कांग्रेस चाहती है कि इस केस का मुद्दा उठाकर पार्टी अध्यक्ष अमित शाह और बीजेपी की इमेज खराब की जाए। उन्होंने कहा, "मैं राहुल गांधी से आग्रह करूंगा कि वे अदालत के गलियारों के जरिए राजनीतिक लड़ाई न लड़ें।" केंद्रीय मंत्री ने कहा, यह केस पब्लिक इंट्रेस्ट में नहीं बल्कि कांग्रेस पार्टी के इंट्रेस्ट में था। रविशंकर प्रसाद ने कहा, "हमारे नेता अब तक इस मामले में इसलिए नहीं बोल रहे थे क्योंकि यह मामला कोर्ट में था। राहुल गांधी इस दौरान राष्ट्रपति से मिले कई तरह के आरोप लगाए। हम इस मामले में फैसले का इंतजार कर रहे थे।"

गौरतलब है कि गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद कांग्रेस ने 10 पॉइंट गिनाकर कहा कि जज लोया की मौत संदिग्ध है, इसलिए जांच जरूरी है। कांग्रेस की तरफ से गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जज लोया के संबंध में अपनी तरफ से तथ्यों को रखा गया। हालांकि कोर्ट ने साफ कहा है कि इस मामले के जरिए न्यायपालिका को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। 

क्या है मामला

बता दें कि जज लोया हाई प्रोफाइल सोहराबुद्दीन शेख फर्जी एनकाउंटर मामले की सुनवाई कर रहे थे। 1 दिसंबर 2014 को उनकी दिल का दौरा पड़ने से नागपुर में मौत हो गई थी। वह वहां अपने मित्र की बेटी की शादी में भाग लेने गए थे। वकील दुष्यंत दवे ने कहा कि जयंत एम पटेल को इस मामले से इसलिए दूर कर दिया गया, क्योंकि उन्होंने सोहराबुद्दीन एनकाउंटर मामले में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को आरोपमुक्त किए जाने के फैसले के खिलाफ अपील न दायर करने को लेकर सीबीआई से सवाल किया था। जस्टिस पटेल ने इशरत जहां एनकाउंटर मामले की भी सीबीआई जांच का आदेश दिया था।

Created On :   19 April 2018 5:23 PM IST

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