दिल्ली : महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय स्वच्छता सम्मेलन 29 सितंबर से 2 अक्टूबर तक
- इसमें 50 देशों के प्रतिनिधि भी शिरकत करेंगे।
- यह कार्यक्रम 15 सितंबर से 2 अक्टूबर तक आयोजित होगा।
- स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) की चौथी वर्षगांठ पर स्वच्छता ही सेवा अभियान 2018 एक जन आंदोलन के रूप में मनाया जाएगा।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) की चौथी वर्षगांठ पर 15 सितंबर से 2 अक्टूबर तक स्वच्छता ही सेवा अभियान 2018 एक जन आंदोलन के रूप में मनाया जाएगा। दो हफ्ते तक चलने वाले इस अभियान के अंत में 29 सितंबर से 2 अक्टूबर तक दिल्ली में महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय स्वच्छता सम्मेलन का आयोजन हो रहा है, जिसमें 50 देशों के प्रतिनिधि भी शिरकत करेंगे।
यह जानकारी यहां पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय के सचिव परमेश्वरन अय्यर ने दी। उन्होने बताया कि पिछले वर्ष स्वच्छता ही सेवा अभियान की कामयाबी के बाद इस वर्ष इस अभियान के साथ 20 करोड़ लोगों को जोड़ने की योजना है। 15 सितंबर को स्वच्छता ही सेवा अभियान की शुरूआत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे। इसके तहत स्कूलों में स्वच्छता कार्यक्रम चलाया जाएगा और स्वच्छता सभा की जाएगी। 17 सितंबर को सेवा दिवस, 22 सितंबर को रेलवे स्वच्छता दिवस और 25 सितंबर को अंत्योदय दिवस के रूप में मनाया जाएगा।
अय्यर ने बताया कि 29 सितंबर को चार दिवसीय महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय स्वच्छता सम्मेलन का उद्घाटन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथों होगा। उन्होंने कहा कि सरकार की ईमानदार कोशिश और आम लोगांे की सहभागिता के कारण आज महाराष्ट्र सहित देश के 19 राज्य, 444 जिले और चार लाख 37 हजार गांव खुले में शौच से मुक्त (ओडीएफ) घोषित किए जा चुके हैं। 2 अक्टूबर 2014 में स्वच्छ भारत मिशन की शुरूआत के समय भारत मंे स्वच्छता कवरेज महज 38.70 प्रतिशत था जो आज बढ़कर 92 प्रतिशत हो गया है। अय्यर ने बताया कि आठ करोड़ 35 लाख शौचालय बनाए गए हैं।
Created On :   7 Sept 2018 12:09 AM IST