ट्रेन में मॉब लिंचिंग: बाप-बेटे को सीट से बांधकर 40 घंटे तक पीटा, तीन गिरफ्तार
- इसी क्रम में कर्नाटक से पश्चिम बंगाल जा रही ट्रेन में भी मॉब लिंचिंग का एक मामला सामने आया है।
- घर लौट रहे एक पिता-पुत्र की जोड़ी को ट्रेन में मौजूद कुछ लोगों ने 40 घंटों तक पीटा।
- देश में मॉब लिंचिंग की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं।
डिजिटल डेस्क, मालादा। देश में मॉब लिंचिंग की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। इसी क्रम में कर्नाटक से पश्चिम बंगाल जा रही ट्रेन में भी मॉब लिंचिंग का एक मामला सामने आया है। कर्नाटक से घर लौट रहे एक पिता-पुत्र की जोड़ी को ट्रेन में मौजूद कुछ लोगों ने 40 घंटों तक पीटा। इन दोनों पर ट्रेन से यात्रा कर रहे कुछ यात्रियों ने मोबाइल और कैश चोरी का इल्जाम लगाया, जिसके बाद इन्हें सीट से बांधकर खूब पीटा गया। इन दोनों की हालत नाजुक बताई जा रही है। वहीं इस मामले पर कार्रवाई करते हुए रेलवे पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।
रेलवे पुलिस के एक अधिकारी ने बताया, "पीड़ित पिता नेपाल लोहार और उसका बेटा पश्चिम बंगाल के दक्षिणी दिनाजपुर का रहने वाला है। यह दोनों कर्नाटक में रहकर मेहनत-मजदूरी का काम करते हैं। शुक्रवार को यह दोनों कुछ दिनों की छुट्टी मिलने पर घर जा रहे थे। लोहार और उसके बेटे ने बेंगलुरु से बेंगलुरु-न्यू तिनसुकिया एक्सप्रेस के जनरल कम्पार्टमेंट में अपनी यात्रा शुरु की थी। इसके बाद कुछ लोगों ने चोरी का इल्जाम लगाकर इस घटना को अंजाम दिया।"
वहीं पीड़ितों का कहना है कि ट्रेन में उनके साथ यात्रा कर रहे लोगों ने उनपर बेमतलब चोरी का इल्जाम लगाया। लोहार ने कहा, "चोरी का इल्जाम लगाने के बाद हमें सीट से बांध दिया गया और हमारी इसी हालत में 40 घंटों तक पिटाई की गई। इस दौरान मेरे और मेरे बेटे के पास 16 हजार रुपये थे, वो भी हमसे छीन लिए गए। इसके बाद मैंने मौका पाकर घर फोन कर दिया। घर वालों ने रेलवे पुलिस के अधिकारियों को सूचना दी होगी, जिसके बाद हमें बचाया गया।"
सूचना मिलते ही रेलवे पुलिस के अधिकारियों ने तुरंत एक्शन लेते हुए मालदा स्टेशन पर ट्रेन को रुकवाकर पिता-पुत्र को घायल अवस्था में मालदा हस्पिटल में ले जाया गया। इसके बाद आरोपियों के खिलाफ शिकायत भी दर्ज की गई। इस मामले में अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार भी किया जा चुका है।
Created On :   5 Oct 2018 8:38 PM IST