3 साल तक मां के शव को रखा डीप फ्रिजर में, ये थी वजह
डिजिटल डेस्क, कोलकाता। वेस्ट बंगाल के कोलकाता में एक दिल दहला देने वाला मामला सामना आया है। यहां पर एक बेटे ने अपनी मां की लाश को करीब तीन साल तक फ्रिज में बंद करके रखा। जिस मकसद से लाश में फ्रिज में रखा गया है वो भी हैरान कर देने वाला है। दरअसल पेंशन पाने के लालच में बेटे ने ये पूरा खेल रचा था। गुरुवार को जब पुलिस को इस बात की जानकारी मिली तो उसने तुरंत कार्रवाई करते हुए महिला के बेटे और पति को हिरासत में ले लिया है।
हार्ट अटैक से हो गई थी मौत
बेहाला के DCP निरंजन बिश्वास के मुताबिक सुब्रत मजुमदार (46) और उसके पिता गोपाल चंद मजुमदार (89) कोलकाता के बेहाला इलाके में रहते है। सुब्रत मजुमदार लेदर टेक्नोलॉजी का स्टूडेंट है और लेदर सप्लाई का बिजनेस करता है। साल 2015 में सुब्रत मजुमदार की मां बीना मजुमदार (87) जो कि फूड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया की रिटायर्ड कर्मचारी है की मौत हार्ट अटैक से हो गई थी। मौत के बाद बेटा सुब्रत अपनी मां के शव को अंतिम संस्कार के लिए अस्पताल से घर ले आया। लेकिन उसने अतिम संस्कार करने के बजाय शव को डीप फ्रिजर में रख दिया। चूंकि बीना एक सरकारी कर्मचारी थी इसलिए उन्हें हर महीने पेंशन मिला करती थी। यहीं वो वजह थी जिस कारण सुब्रत ने अपनी मां की मौत के बाद भी कागजों में उन्हें जिंदा रखा। करीब 3 साल तक वह बैंक को गुमराह करते हुए पेंशन लेता रहा, लेकिन आखिरकर पुलिस को इसकी भनक लग गई। जिसके बाद घर पहुंचकर पुलिस ने डीप फ्रिजर से महिला की लाश को बाहर निकाला।
जार में बंद कर रखे थे दूसरे अंग
इतना ही नहीं शरीर के जिन अंगों के सड़ने का डर था उन अंगों को सुब्रत ने शरीर से अलग कर एक बड़े जार में बंद करके रख दिया था। पुलिस ने इन जारों को भी बरामद कर लिया है। इसमे पुलिस को किडनी और लीवर जैसे शरीर के अंग मिले है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर इसे पोस्ट मॉर्टम के लिए भे दिया है। वहीं आरोपी बेटे और पति को हिरासत में लेकिर उनसे पूछताछ की जा रही है। पोस्ट मॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर पुलिस अपनी आगे की जांच करेगी। पुलिस पूरी तरह से इस नतीजे पर अभी नहीं पहुंची है कि पेंशन के ही लालच में ही महिला को डीप फ्रिजर में रखा गया था। प्रारंभिक जांच के आधार पर अभी ये थ्योरी सामने आई है। पुलिस का कहना है कि महिला के पति भी सरकारी नौकरी में थे और उन्हें भी पेंशन मिलती थी। बेटा भी बिजनस करता था। घर की आर्थिक स्थिति भी अच्छी थी।
Created On :   5 April 2018 5:05 PM IST