पर्रिकर ने म्यांमार बॉर्डर और पाक में की गई सर्जिकल स्ट्राइक में निभाई थी अहम भूमिका
डिजिटल डेस्क, पणजी। पूर्व रक्षा मंत्री और गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर का शुक्रवार को 63 साल की उम्र में निधन हो गया। वह काफी समय से एडवांस्ड पैन्क्रिएटिक कैंसर से जूझ रहे थे। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीट कर उनके निधन की जानकारी दी। मनोहर पर्रिकर की पहचान हमेशा से एक ईमानदार और सादगी से भरे नेता के रूप में होती रही है। पर्रिकर ने उरी आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान में किए गए सर्जिकल स्ट्राइक की प्लानिंग में भी अहम भूमिका निभाई थी। उनके रक्षामंत्री रहते ही भारतीय सेना ने देश के दो सबसे बड़े सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था।
मणिपुर-म्यांनमार बॉर्डर पर की गई सर्जिकल स्ट्राइक में निभाई थी अहम भूमिका
IIT मुंबई से ग्रेजुएट पर्रिकर को 2014 में NDA सरकार ने रक्षा मंत्री नियुक्त किया था। एक साल बाद यानी 2015 में मणिपुर के एक उग्रवादी संगठन NSCN ने सेना पर हमला किया था, जिसमें 18 जवान शहीद हो गए थे। इस दौरान पर्रिकर ने भारतीय सेना से निडर होकर आतंकियों का सामना करने को कहा था। इसके बाद भारतीय सेना ने मणिपुर और म्यांमार के बॉर्डर पर सर्जिकल स्ट्राइक करते हुए उग्रवादी संगठन के आतंकियों को मार गिराया था।
पर्रिकर और अजीत डोभाल ने की थी पाक सर्जिकल स्ट्राइक-1.0 की प्लानिंग
इसके दो साल बाद 18 सितंबर, 2016 को आतंकियों ने एकबार फिर जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में सेना के एक कैंप पर हमला किया। इस हमले में 18 जवान शहीद हो गए थे। इस हमले के बाद बीजेपी के आला अधिकारियों ने एक मीटिंग बुलाई थी। इस मीटिंग में पीएम नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री पर्रिकर, नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर अजीत डोभाल समेत सेना के तमाम उच्च अधिकारी मौजूद थे। इसी समय सर्जिकल स्ट्राइक का प्लान तैयार किया गया। भारतीय सेना ने पाक अधिकृत कश्मीर में आतंकियों के ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दिया था। इस स्ट्राइक की पूरी मॉनीटरिंग अजीत डोभाल और पर्रिकर कर रहे थे।
सर्जिकल स्ट्राइक की कामयाबी के बाद पर्रिकर ने कहा था कि इसमें कोई शक नहीं कि इस सर्जिकल स्ट्राइक का श्रेय 100 प्रतिशत सेना को जाता है, लेकिन इस निडर फैसले के लिए सरकार की भी तारीफ की जानी चाहिए। अपनी भूमिका की बात करते हुए पर्रिकर ने कहा था कि "मैंने तो बस फैसला लेने और योजना तैयार करने का काम किया था।
साल 2017 में पर्रिकर को फिर गोवा के मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठा दिया गया। कैंसर से पीड़ित होने के बावजूद गोवा के सरकारी कार्यक्रमों में भाग लेते रहे थे। उनकी दृढ़ इच्छाशक्ति का पता इसी बात से लगाया जा सता है कि लास्ट स्टेज में होने के बावजूद वह गोवा में अटल सेतु का उद्घाटन करने पहुंचे थे। इस दौरान बेहद कमजोर नजर आ रहे पर्रिकर ने वहां मौजूद लोगों से बातचीत भी की थी। पर्रिकर ने उरी फिल्म का डायलॉग बोलते हुए लोगों से पूछा था, हाउ इज द जोश? इस पर लोगों ने जोश के साथ "हाई सर" कहते हुए जवाब दिया था।
बता दें कि लंबे समय से बीमार चल रहे गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर का रविवार को उनके डोना पौला स्थित निवास पर निधन हो गया। पर्रिकर की हालत बिगड़ने के बाद डॉक्टरों की टीम उनकी हालत पर नजर रखी हुई थी और सुधार की पूरी कोशिश कर रही थी, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। राजनीति, सिनेमा, खेल और कला जगत से जुड़ी हस्तियों ने उनके निधन पर गहरा दुख जताया है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी ट्वीट कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
Created On :   17 March 2019 9:01 PM IST