देश में पहली बार सैनिक स्कूल में मिला लड़कियों को एडमिशन
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। देश में पहली बार किसी सैनिक स्कूल में लड़कियों को एडमिशन मिलेगा। उत्तर प्रदेश के कैप्टन मनोज कुमार पाण्डे सैनिक स्कूल ने पहली बार लड़कियों को एडमिशन देकर मिसाल पेश की है। स्कूल में इस साल 15 लड़कियों को एडमिशन दिया गया है। बता दें कि इससे पहले इस स्कूल में सिर्फ पुरुषों को ही एडमिशन दिया जाता था।
2500 में से 15 को मिला एडमिशन
लड़कियों को प्रवेश मिल पाना इतना भी आसान नहीं रहा। कैप्टन मनोज कुमार पाण्डे सैनिक स्कूल के रजिस्ट्रार लेफ्टिनेंट कर्नल उदय प्रताप सिंह ने बताया, "आयोजित प्रवेश परीक्षा में 2500 बालिकाओं ने भाग लिया था, जिसमें से केवल 15 को एडमिशन दिया गया। इस परीक्षा में उनका चयन लिखित परीक्षा के आधार पर किया गया। सिंह ने बताया कि सभी बालिकाओं का चयन सत्र 2018-19 के लिए कक्षा 9 में किया गया है। उन्होंने कहा कि बच्चियां अलग अलग फैमिली बेकग्राउंड से आई हैं।
उदय प्रताप सिंह के अनुसार स्कूल की सारी आधारभूत संरचना को लड़कियों की सुविधा को देखते हुए और बेहतर किया गया है। लड़कियों को रहने के लिए एक ब्वायज हॉस्टल भी खाली कराया गया है। उन्होंने बताया कि यह प्रपोजल पिछले साल उत्तर प्रदेश सरकार को भेजा गया था। सिंह ने बताया कि देश के अलग-अलग हिस्सों में 27 सैनिक स्कूल चल रहे हैं, लेकिन इस स्कूल ने अपनी 57 साल की यात्रा में 1000 से ज्यादा मिलिट्री अफसर बनाए हैं। सिंह ने गर्व से बताया कि परमवीर चक्र विजेता शहीद मनोज पाण्डेय इसी विद्यालय के छात्र थे, यह वही मौका था जब किसी आर्मी स्कूल के छात्र को परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया था।
कैसा रहेगा रूटीन
स्कूल के प्रिंसिपल कर्नल अमित चटर्जी ने बताया की उन्हें कठोर दिनचर्या से गुजरना होगा। नियम अनुसार उन्हें रोज 6 बजे उठकर पीटी में भाग लेना होगा, उसके बाद करीब 8 तक तैयार होकर असेम्बिली में पहुंचना है। कक्षाओं के बाद आराम और फिर उसके बाद खेल-कूद में भाग लेने के बाद 7 बजे से नियमित पढ़ाई। चटर्जी से यह पूछे जाने पर कि नए छात्राओं को कैसा लग रहा है, तो उन्होंने जवाब दिया कि सभी को इस संस्थान का हिस्सा बनने पर गर्व हो रहा है।
पिछले साल जुलाई में ही इस स्कूल का नाम लखनऊ आर्मी स्कूल से बदलकर कप्तान मनोज पाण्डेय आर्मी स्कूल रखा गया था। बता दें कि कप्तान मनोज पाण्डेय कारगिल युद्ध में शहीद हो गए थे, उन्हें परमवीर चक्र से नवाजा जा चुका है।
Created On :   22 April 2018 7:59 PM IST