इमरान की टिप्पणी को भारत ने बताया अपमानजनक, लगाई फटकार
- इमरान खान ने कहा था कि भारत में मुसलमानों के साथ सेकंड क्लास सिटिजन की तरह व्यवहार किया जाता है।
- भारत के इमरान की टिप्पणी को सभी नागरिकों का घोर अपमान बताया है।
- विदेश मंत्रालय ने पाक प्रधानमंत्री की भारत में अल्पसंख्यकों को लेकर की गई टिप्पणी पर तीखी प्रतिक्रिया दी है।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। विदेश मंत्रालय ने शनिवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की भारत में अल्पसंख्यकों को लेकर की गई टिप्पणी पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। मंत्रालय ने खान की टिप्पणी को "भारत के सभी नागरिकों का घोर अपमान बताया है। इमरान को जवाब देते हुए भारत ने कहा, पाकिस्तान में अल्पसंख्यक अक्सर अपने पीएमईएसी जैसे सरकारी निकायों से दूर हो जाते हैं, यहां तक कि "नया पाकिस्तान" (इमरान का नारा) में भी यही हाल है। बता दें कि इमरान खान ने कहा था कि भारत में मुसलमानों के साथ सेकंड क्लास सिटिजन की तरह व्यवहार किया जाता है।
विदेश मंत्रालय ने कहा, "पाकिस्तान के प्रधान मंत्री की टिप्पणी भारत के सभी नागरिकों के लिए अपमानजनक है। पाकिस्तान के प्रधान मंत्री ने भारत की धर्मनिरपेक्ष राजनीति और लोकाचार के बारे में अपनी समझ की कमी का प्रदर्शन किया है। भारत में सभी धर्मों के नेता हैं जो सर्वोच्च संवैधानिक और आधिकारिक पदों पर काबिज हैं। भारत ने तंज कसते हुए कहा कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों को वहां उच्च संवैधानिक कार्यालयों में काम करने से रोक दिया जाता है। विदेश मंत्रालय ने कहा, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री की भारत के अल्पसंख्यकों की भावनाओं से खेलने की कोशिश को यहां की जनता नकार देगी।
"We will ensure minorities in Pakistan are treated as equal citizens with all rights and privileges unlike how the Muslims are being treated in India as second-class citizens." - Prime Minister @ImranKhanPTI pic.twitter.com/bvRn5VReDx
— PTV News (@PTVNewsOfficial) February 9, 2019
इमरान खान ने कहा था कि "हम सुनिश्चित करेंगे कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों से सभी अधिकारों और विशेषाधिकारों के साथ समान नागरिक के रूप में व्यवहार किया जाए। जिनके विपरीत भारत में मुस्लिमों के साथ दूसरों वर्ग के नागरिकों की तरह व्यवहार किया जाता है।
पिछले साल दिसंबर में भी इमरान खान ने बॉलीवुड एक्टर नसीरुद्दीन शाह की टिप्पणी का समर्थन करते हुए कहा था कि आज के हिंदुस्तान में यही हो रहा है, जो जिन्ना ने कहा था कि वहां मुसलमानों को बराबर का दर्जा नहीं मिलेगा। यदि कमजोर को न्याय नहीं दिया गया तो इससे विद्रोह ही उत्पन्न होगा। इसका उदाहरण बांग्लादेश है।
Created On :   9 Feb 2019 11:11 PM IST