PAK उच्चायुक्त को वापस बुलाने की खबरों का खंडन, भारत ने बताया रूटीन प्रोसेस
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान एक दूसरे पर अपने राजनयिकों को परेशान करने का आरोप लगा रहे है। इस बीच पाकिस्तान ने भारत में अपने उच्चायुक्त सुहैल महमूद को वापस इस्लामाबाद बुला लिया है। पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक अनिश्चित समय के लिए महमूद को वापस बुलाया गया है। पाकिस्तान राजनयिकों से भारत में होने वाले दुर्व्यवहार के बारे में वह जानकारी जुटा रहा है। हालांकि भारत ने इसे एक रूटीन प्रोसेस बताते हुए खबरों का खंडन किया है।
डिप्लोमेटिक चैनेल के जरिए देंगे जवाब
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने मामले के सामने आने के बाद कहा कि, पाकिस्तान के लगाए गए आरोपों को हम देख रहे है। इस मामले को लेकर मीडिया के सामने कुछ भी कहना सही नहीं होगा। हम चाहते है कि मामले पर डिप्लोमेटिक चैनेल के जरिए ही जवाब दिया जाए। पाकिस्तानी उच्चायुक्त को वापस बुलाने को लेकर रवीश कुमार ने कहा कि मैं इस तरह की बातों से हैरान हूं कि ऐसे सवाल क्यों उठाए जा रहे हैं? रवीश कुमार ने कहा कि ये एक रूटीन प्रोसेस है। इसमे कुछ भी असामान्य नहीं है। उन्होंने साफ कहा कि यह सामान्य बात है कि राजनयिकों को अपने देश बुलाया जाए और चर्चा की जाए।
विएना कन्वेंशन का पालन करे दोनों देश
उन्होंने ये भी कहा कि भारत 1961 के विएना कन्वेंशन के तहत काम कर रहा हैं और चाहता हैं कि पाकिस्तान भी इसके तहत कदम उठाए। कुमार ने साफ कहा कि पाक में भारतीय मिशनों में तैनात अधिकारियों को परेशान किया जा रहा है। हम चाहते हैं कि विएना कन्वेंशन के तहत हमें जो सुविधाएं और अधिकार मिले हैं, पाक उसे मिलना सुनिश्चित करे।
भारत ने किया जान बूझकर
पाकिस्तान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैजल ने कहा था कि भारत सरकार पाकिस्तानी राजनयिकों, उनके परिवारों और कर्मचारियों के खिलाफ वहां की खुफिया एजेंसियों की बढ़ती धमकी की घटनाओं को नहीं रोक पाई है। फैजल ने कहा, यह जानबूझकर किया गया है। पाकिस्तान के विरोध के बाद भी ये लगातार जारी है। गौरतलब है कि पाकिस्तान ने इससे पहले धमकी भरे लहजे में कहा था कि अगर यह सब बंद नहीं हुआ तो वह अपने राजनयिकों के परिवारों को भारत वापस बुला लेगा।
पाक ने लगाया था भारत पर आरोप
पाकिस्तान ने भारतीय उच्चायोग और दिल्ली में स्थित विदेश मंत्रालय को जो लिखित शिकायत की था.. उसमे लिखा था, पाकिस्तानी डिप्टी हाई कमिश्नर के बच्चों को स्कूल जाते वक्त बीच रास्ते में परेशान किया जाता है। उसके एक सीनियर राजनयिक को भी उल्टा-सीधा बोला गया। आरोपों के मुताबिक, राजनयिकों की गाड़ियों को बेवजह रोका जाता है। ये सब कुछ पिछले तीन-चार दिनों से शुरू हुआ है। पाकिस्तान की शिकायत यहीं खत्म नहीं होती, उसका कहना है कि उच्चायोग में काम करने वाले भारतीयों को काम पर भी नहीं आने दिया जा रहा है।
भारत का जवाब
भारत ने भी कुछ इसी तरह के आरोप पाकिस्तान पर लगाए थे। मिडाय रिपोर्ट्स के मुताबिक इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग के कर्मचारियों को बुरी तरह से परेशान किया जाता है। उच्चायुक्त की कार को पिछले दिनों पाकिस्तानी एजेंसियों ने एक व्यस्त सड़क के बीच में रोका ताकि उन्हें एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने से रोका जा सके।
Created On :   15 March 2018 5:45 PM IST