मप्र : भाजपा के भीतर नए सियासी समीकरण
- मप्र : भाजपा के भीतर नए सियासी समीकरण
भोपाल 15 जुलाई (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) के सत्ता में आने के बाद पार्टी के भीतर के सियासी समीकरण बदल चले हैं। अब राज्य में शीर्ष स्तर पर नया गठजोड़ नजर आने लगा है और इस गठजोड़ में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा और ज्योतिरादित्य सिंधिया की तिकड़ी शामिल है।
राज्य में भाजपा की सरकार पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के सहयोग से बनी है और आगामी समय में 25 विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव होना है। इनमें 22 वे क्षेत्र हैं, जहां के तत्कालीन विधायकों ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थामा था। भाजपा उपचुनाव में बड़ी बढ़त हासिल करना चाहती है और इसीलिए वह तीन प्रमुख नेताओं को आगे किए हुए है। इन तीनों प्रमुख नेताओं ने जनसभाओं की शुरुआत भी कर दी है। तीनों ही सीधे तौर पर पूर्वर्ती कमलनाथ सरकार पर हमले बोल रहे हैं।
आगामी समय में जिन क्षेत्रों में उपचुनाव होना है, उनमें से अधिकांश क्षेत्र सिंधिया के प्रभाव वाले है। यानी कांग्रेस और विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देकर जो लोग भाजपा में आए हैं, उनका नाता भी सिंधिया से है। लगता है इसीलिए पार्टी ने सोची-समझी रणनीति के तहत सत्ता के प्रमुख, संगठन के प्रमुख और कांग्रेस से आए नेताओं के मुखिया को आगे कर चुनाव लड़ने का मन बनाया है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पार्टी के लिए प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा को भाग्यशाली करार देते हैं और कहते हैं कि शर्मा के अध्यक्ष बनने के बाद भाजपा प्रदेश में सत्ता में आई है और आगामी समय में उपचुनाव भी जीतेगी।
वहीं दूसरी ओर सिंधिया कांग्रेस की कमियों और खामियों को गिनाने में लगे हैं। देवास के हाटपिपलिया और आगर मालवा में मंगलवार को ही जनसभा में सिंधिया ने कमलनाथ की सरकार को भ्रष्टाचारियों की सरकार तक करार दे दिया। सिंधिया इस चुनाव में सीधे कांग्रेस पर हमला करते नजर आएंगे और उनके निशाने पर कमलनाथ के साथ दिग्विजय सिंह भी होंगे। यह बात उन्होंने जाहिर भी कर दी है।
पहले भाजपा में सत्ता और संगठन के मुखिया मिलकर चलते आए हैं और उसमें सत्ता ज्यादा ताकतवर नजर आती थी, मगर अब ऐसा नहीं है। अब सरकार और संगठन के साथ एक और प्रतिनिधि की हिस्सेदारी बढ़ गई है। इस तरह भाजपा तीन प्रमुख प्रतिनिधियों के जरिए राज्य में सत्ता और संगठन का समन्वय बनाकर चल रही है, ताकि पारी लंबी खेली जा सके।
भाजपा में शामिल हुए नेताओं पर कांग्रेस सौदेबाजी के लगातार आरोप लगा रही है। कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता अजय यादव का कहना है कि प्रदेश की जनता ने पांच साल के लिए कांग्रेस को जनादेश दिया था, मगर कुछ नेताओं ने सौदेबाजी की, और आने वाले समय में विधानसभा के उपचुनाव में जनता भाजपा और दगाबाज नेताओं को आईना दिखा देगी।
Created On :   15 July 2020 7:00 PM IST