यात्रीगण ध्यान दें...मुगलसराय स्टेशन का नाम अब दीनदयाल उपाध्याय हो गया है
- उत्तर प्रदेश का मुगलसराय रेलवे स्टेशन अब पंडित दीन दयाल उपाध्याय रेलवे स्टेशन के नाम से जाना जाएगा।
- जनसंघ के नेता पंडित दीन दयाल इसी रेलवे स्टेशन पर 1968 में मृत पाए गए थे।
- बीजेपी प्रेसिडेंट अमित शाह ने आधिकारिक रूप से इसकी शुरुआत की।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश का मुगलसराय रेलवे स्टेशन अब पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन के नाम से जाना जाएगा। मुगलसराय जंक्शन का नाम पं. दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर किए जाने के उपलक्ष्य में बीजेपी प्रेसिडेंट अमित शाह ने जनसभा को संबोधित किया और आधिकारिक रूप से इसकी शुरुआत की। नाम बदले जाने के साथ ही अब पूरे रेलवे स्टेशन को केसरिया रंग में भी रंगा जा रहा है। बता दें कि जनसंघ के नेता पंडित दीन दयाल इसी रेलवे स्टेशन पर 1968 में मृत पाए गए थे।
आज पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की स्मृति में मुग़लसराय में जो विकास कार्यों की शुरुआत हुई है उसके लिए मैं उत्तर प्रदेश की योगी सरकार और केंद्र की मोदी सरकार का हार्दिक धन्यवाद करता हूं : श्री अमित शाह pic.twitter.com/wUmwSHfiSp
— BJP (@BJP4India) August 5, 2018
क्या कहा अमित शाह ने?
- आज पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की स्मृति में मुग़लसराय में जो विकास कार्यों की शुरुआत हुई है उसके लिए मैं उत्तर प्रदेश की योगी सरकार और केंद्र की मोदी सरकार को धन्यवाद देता हूं।
- उत्तर प्रदेश के विकास के लिए योगी आदित्यनाथ की सरकार केंद्र की मोदी सरकार के सहयोग से तत्परता से कार्य कर रही है।
- योगी जी के सरकार में आज उत्तर प्रदेश से माफिया राज पूरी तरह समाप्त हो गया है।
- कांग्रेस पार्टी ओबीसी वर्ग को संवैधानिक दर्जा देने वाले बिल का समर्थन करे या ना करे, भारतीय जनता पार्टी ओबीसी वर्ग को उनका अधिकार दिलकार रहेगी।
- सपा, बसपा और कांग्रेस पार्टी जवाब दें कि वो बांग्लादेशी घुसपैठियों को देश से निकालना चाहते हैं कि नहीं।
कौन-कौन हुआ कार्यक्रम में शामिल?
कार्यक्रम में अमित शाह के अलावा रेल मंत्री पीयूष गोयल, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा, उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और अन्य वरिष्ठ भाजपा नेता भी शामिल हुए।
आजादी से पहले हुआ था मुगलसराय स्टेशन का निर्माण
गौरतलब है कि मुगलसराय स्टेशन का निर्माण तब हुआ था जब भारत ब्रिटेन के अधीन था। 1862 में ब्रिटिश सरकार हावड़ा और दिल्ली को रेल मार्ग से जोड़ रही थी। इसी दौरान इस स्टेशन का निर्माण किया गया था। तभी से यह मुगलसराय रेलवे स्टेशन के नाम से जाना जाता है। योगी सरकार ने दीनदयाल जन्मशती वर्ष के दौरान मुगलसराय जंक्शन का नाम बदलकर पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन करने की घोषणा की थी। जिसके बाद योगी सरकार की तरफ से इसका प्रस्ताव रेल मंत्रालय को भेजा गया था। 15 मई को रेल मंत्रालय से हरी झंडी मिलने के बाद यूपी सरकार ने इसकी अधिसूचना जारी की थी।
Created On :   5 Aug 2018 5:18 PM IST