मुलायम ने अपने सरकारी बंगले को बचाने के लिए योगी को लिखा पत्र, वायरल
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव का एक पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस पत्र को बंगला बचाने का "मुलायम फॉर्म्युला" बता कर खूब शेयर किया जा रहा है। दरअसल यह पत्र मुलयम सिंह यादव ने वर्तमान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भेंट के दौरान उन्हें दिया था जिसमें उन्होंने अपने बंगले को बचाने के 2 उपाय सुझाए थे। गौरतलब है कि हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्रियों को अपने सरकारी बंगले खाली करने का आदेश दिया था। इसी सिलसिले में मुलायम ने यह पत्र लिखकर बंगला बचाने के लिए उपाय सुझाए थे।
आम नागरिक की तरह होता है पूर्व मुख्यमंत्री
इस पत्र के सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद से सीएम योगी ने सख्त रवैया अपनाते हुए अपने निजी सचिव पीताम्बर यादव और प्रमुख पीए शशिपाल को तत्काल प्रभाव से अपने ऑफिस से हटा दिया है। सीएम ने इस बात को गंभीरता से लेते हुए अधिकारियों को फटकार लगाते हुए जवाब तलब किया कि मुख्यमंत्री कार्यालय के पंचम तल से किस प्रकार यह पत्र लीक हुआ। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में कहा था कि पूर्व मुख्यमंत्री एक आम नागरिक की तरह हो जाता है। जिसके आधार पर शीर्ष अदालत ने पूर्व मुख्यमंत्रियों के लिए आजीवन बंगले आवंटन वाला आदेश निरस्त करते हुए सरकारी बंगलों को खाली करने का आदेश जारी किया था।
ये हैं मुलायम के दोनों फॉर्म्युले
सुप्रीम कोर्ट के इस आदेश के बाद समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने 16 मई को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी। उन्होंने मुख्यमंत्री को एक पत्र भी दिया था जिसमें उनका बंगला बचाने का फॉर्म्युला लिखा हुआ था। पहले सुझाव के तौर पर उन्होंने लिखा था कि नेता प्रतिपक्ष विधानसभा और नेता विपक्ष विधानपरिषद को कैबिनेट स्तर का दर्जा प्राप्त है। इसलिए 5 विक्रमादित्य मार्ग और 4 विक्रमादित्य मार्ग आवास इन मुलायम और उनके बेटे अखिलेश यादव को आवंटित कर दिया जाए। वहीं दूसरे फॉर्म्युले में उन्होंने कहा था कि उन्हें और उनके बेटे अखिलेश यादव को भारत सरकार की तरफ से जेड प्लस श्रेणी की सिक्योरिटी मुहैया कराई गई है। जिसके आधार पर सुरक्षा कारणों के लिहाज से आवासों का अव्नातन उनके नाप पर किया जा सकता है।
Created On :   18 May 2018 6:27 PM IST