नागपुर DM की सलाह- ‘निपाह’ को लेकर हर वक्त बरतें ये सावधानी 

Nagpur DM suggested to people, Take care about Nippah all time
 नागपुर DM की सलाह- ‘निपाह’ को लेकर हर वक्त बरतें ये सावधानी 
 नागपुर DM की सलाह- ‘निपाह’ को लेकर हर वक्त बरतें ये सावधानी 
हाईलाइट
  • अस्वस्थ
  • थकावट
  • उलटी
  • चक्कर आने पर तुरंत स्वास्थ्य जांच करानी चाहिए।
  • इस फैलने वाली बीमारी से ग्रस्त व्यक्ति या जानवर के संपर्क में आने पर यह रोग होता है।
  • इससे बुखार
  • थकावट
  • अचेतावस्था जैसे लक्षण आते हैं।
  • फिलहाल इसकी रोकथाम के लिए कोई भी दवा या इंजेक्शन उपलब्ध नहीं है।
  • बासे फल या खजूर खाना टालना चाहिए।
  • यह वायरस सीधे मस्तिष्क पर असर करता है।
  • संसर्ग हुए सुअर
  • चमगादड़ या संसर्गजन्य रोग से पीड

डिजिटल डेस्क, नागपुर। जिलाधीश अश्विन मुद्गल ने ‘निपाह’ वायरस से सतर्क रहने का आह्वान जनता से किया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन  ने निपाह वायरस से सतर्क रहने की चेतावनी दी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की माने तो निपाह वायरस चमगादड़ के माध्यम से फलों में आैर फलों के मार्फत पशु व इंसानों में फैलता है। 1998 में सबसे पहले मलेशिया के कांपुंग सुंगई में ‘निपाह’ फैला था। तभी से इसे निपाह वायरस नाम दिया गया। सबसे पहले यह वायरस सुअरों में देखा गया था। 2004 में बांग्लादेश में भी इसका प्रकोप देखने मिला था।

मुद्गल ने कहा कि इस फैलने वाली बीमारी से ग्रस्त व्यक्ति या जानवर के संपर्क में आने पर यह रोग होता है। यह वायरस सीधे मस्तिष्क पर असर करता है। इससे बुखार, थकावट, अचेतावस्था जैसे लक्षण आते हैं। समय पर उपचार नहीं करने पर संबंधित व्यक्ति कोमा में  जा सकता है। फिलहाल इसकी रोकथाम के लिए कोई भी दवा या इंजेक्शन उपलब्ध नहीं है।

बासे फल या खजूर खाना टालना चाहिए। संसर्ग हुए सुअर, चमगादड़ या संसर्गजन्य रोग से पीड़ित व्यक्ति के संपर्क में आने से बचना चाहिए। डॉक्टरों को भी रोगी का इलाज करते समय सावधानी बरतने की जरूरत है। हाथ में ग्लब्स पहनना चाहिए। अस्वस्थ, थकावट, उलटी, चक्कर आने पर तुरंत स्वास्थ्य जांच करानी चाहिए।

Created On :   28 May 2018 6:01 PM IST

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