जिस गांव में नीतीश पर बरसे पत्थर, वहीं तेजस्वी का फूलों से हुआ स्वागत
डिजिटल डेस्क, बक्सर। जिले के नंदन गांव में जहां बीते दिनों मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के काफिले पर गांवों वालों ने ईंट-पत्थरों से हमला कर दिया था, वहीं दूसरी तरफ विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव पर उसी गांव में फूल बरसाए गए। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव शनिवार को बक्सर में नंदन गांव के दौरे पर गए थे। यह वही गांव है, जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से नाराज महादलित समाज के लोगों ने पथराव किया था।
बिहार में एक तरफ मुख्यमंत्री नीतीश पर पत्थर बरस रहे है तो वही दूसरी तरफ विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव पर फूल। pic.twitter.com/AO704V5IS2
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) January 20, 2018
तेजस्वी पर फूलों की बारिश
दरअसल, तेजस्वी यादव नंदन गांव उन दलित परिवारों का दर्ज बांटने गए हैं, जहां सीएम नीतीश कुमार पर हमले के बाद पुलिस ने बर्बरता के साथ गांववालों पर अपना कहर बरपाया था। आरजेडी ने आरोप लगाया था कि इन महादलित परिवारों को पुलिसिया कहर का सामना करना पड़ रहा है। तेजस्वी यादव जब नंदन गांव पहुंचे तो वहां के दलित परिवार के लोगों ने उनका स्वागत फूल बरसा कर किया। आरजेडी ने भी अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से तेजस्वी की तस्वीरें शेयर करते हुए कहा कि नंदन गांव में जो मुख्यमंत्री पर पत्थर बरस रहे थे वहीं तेजस्वी पर फूल बरस रहे हैं।
तेजस्वी की राजनीति का असली चेहरा आया सामने
दूसरी तरफ तेजस्वी यादव पर फूल बरसाए जाने पर जदयू के खेमे में तिलमिलाहट आ गई। जदयू ने तेजस्वी यादव पर हमला करते हुए कहा कि भाड़े के लोगों से अपने ऊपर फूल बरसाकर तेजस्वी ने ग्रीन कारपेट पॉलिटिक्स की शुरुआत कर दी है। पार्टी प्रवक्ता संजय सिंह ने ट्विटर के जरिए कहा कि तेजस्वी की राजनीति का असली चेहरा सामने आ चुका है, क्योंकि वह नंदन गांव गए थे, वहां के महादलित परिवारों को सांत्वना देने मगर वहां पर उन्होंने भाड़े के लोगों से अपने ऊपर फूल बरसवाए।
आपकी राजनीति का यही असल चेहरा है..
सांत्वना देने गए थे और भाड़े के लोगों से फूल बरसवाया... ग्रीन कार्पेट पॉलिटिक्स की बधाई https://t.co/kiCcNOYd2l
— SanjaySinghJDU (@sanjaysinghjdu) January 21, 2018
निगेटिव पॉलिटिक्स को बढ़ावा दे रहे तेजस्वी
संजय सिंह ने तेजस्वी पर तंज कसा और कहा कि "ग्रीन कारपेट पॉलिटिक्स" में अब उनकी एंट्री हो चुकी है। जदयू प्रवक्ता ने आगे कहा कि तेजस्वी को वैसे भी बिहार की जनता अनुकंपा के नेता के तौर पर ही देखती है। जदयू का कहन है कि ट्विटर पर निगेटिव पॉलिटिक्स को बढ़ावा देने में तेजस्वी यादव अब नंबर वन हो गए हैं। इतना ही नहीं तेजस्वी के सलाहकार उन्हें टेबल पॉलिटिक्स में माहिर बनाने में लगे हुए हैं। संजय सिंह ने कई समाचाप पत्रों की कटिंग को शेयर करते हुए कहा कि तेजस्वी राजनीति में अनैतिकता के रोल मॉडल बन चुके हैं। तेजस्वी के ऊपर चल रही बेनामी संपत्ति अर्जित करने के मामले को लेकर संजय सिंह ने कहा कि तेजस्वी अपने बेनामी संपत्ति को बचाने के लिए रोज नए प्रपंच कर रहे हैं।
Created On :   22 Jan 2018 8:00 AM IST