विधान परिषद उपचुनाव में BJP के भरोसे मैदान में उतर सकते हैं नारायण राणे

डिजिटल डेस्क, मुंबई। पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे के इस्तीफे से खाली हुई विधान परिषद सीट के लिए उपचुनाव घोषित होते ही राजनीतिक सरगर्मिया तेज हो गई हैं। आगामी 7 दिसंबर को इस सीट के लिए चुनाव होगा। विधानसभा सदस्यों द्वारा चुने जाने वाली इस सीट पर जीत दर्ज करने के लिए हार्स ट्रेडिंग की संभावना जताई जा रही है। कांग्रेस छोड़ अपनी पार्टी बनाने वाले राणे यदि इस चुनाव में उतरते हैं, तो यह उनकी पार्टी के लिए पहला चुनाव होगा। इससे पहले राणे ने कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल होने की कोशिश की थी, लेकिन भाजपा ने उन्हें शामिल करने की बजाय नया दल बनाने की सलाह दे दी। महाराष्ट्र स्वाभिमान पार्टी बनाने के बाद वे एनडीए में शामिल हुए। मंत्री बनने के पहले राणे का सामना उपचुनाव से हो गया है। राणे के उम्मीदवार होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। यह चुनाव जीतने के लिए 135 विधायकों के समर्थन की जरूरत होगी।
राणे के साथ भाजपा
राणे यदि चुनाव में उतरे तो भाजपा के 122 विधायकों का वोट उन्हें मिल सकता है, लेकिन जीत के लिए 135 वोटों की जरूरत होगी। यदि अन्य 20 विधायकों का समर्थन राणे को मिल जाता है, तो उनके वोटों का गणित 142 (122 + 20) तक पहुंच जाएगा, जिसमें निर्दलिय और छोटे दलों के विधायक शामिल हैं।
कांग्रेस-राकांपा-शिवसेना का समीकरण
दूसरी ओर कांग्रेस और राकांपा विधायकों की संख्या 83 है। यदि शिवसेना के 63 विधायक साथ आ जाए तो यह संख्या 146 (83 + 63) तक पहुंच जाती है। कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता कहते हैं कि कांग्रेस-राकांपा और शिवसेना के एक साथ आने से यह सीट आसानी जीती जा सकती है। कांग्रेस को भरोसा है कि राणे को हराने के लिए शिवसेना उनके उम्मीदवार को समर्थन दे सकती है। वहीं प्रदेश राकांपा अध्यक्ष सुनील तटकरे ने कहा है कि कांग्रेस और एनसीपी के वरिष्ठ नेता एक साथ बैठ कर अपनी भूमिका तय करेंगे। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि शिवसेना तय करे कि वह सत्ता के साथ है या विपक्ष के साथ।
विधान सभा में दलिय स्थिति
भाजपा - 122
शिवसेना - 63
कांग्रेस- 42
राष्ट्रवादी कांग्रेस - 41
अन्य - 20
Created On :   15 Nov 2017 11:22 PM IST