नारायण राणे की नई पार्टी “स्वाभिमान पक्ष” का ऐलान, NDA को बाहर से होगा समर्थन

डिजिटल डेस्क, मुंबई। कांग्रेस के बागी नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे ने रविवार को अपनी नई पार्टी की घोषणा कर दी। सियासी अटकलों को विराम देते हुए उन्होंने कहा कि मैंने अलग पार्टी बनाने का फैसला किया है। जिसे अब "महाराष्ट्र स्वाभिमान पक्ष" के नाम से जाना जाएगा। राणे ने संकेत दिए हैं कि उनकी पार्टी NDA का बाहर से समर्थन कर सकती है।
ज्योतिषि बताएंगे नीतेश का भविष्य
BJP से बात नहीं बनने के बाद राणे ने नई पार्टी बनाई है। इस दौरान राणे के बड़े बेटे पूर्व सांसद नीलेश राणे को छोड़कर कोई बड़ा चेहरा नहीं मौजूद नहीं था। राणे के छोटे बेटे विधायक नीतेश राणे अभी भी कांग्रेस में बने हैं। बेटे नीतेश के कांग्रेस छोड़ने के सवाल पर राणे ने कहा कि मैंने ज्योतिषि से पूछा है, उनके कहे अनुसार ही नीतेश पार्टी छोड़ेंगे।
कई दलों के साथ चल रही थी बातचीत
राणे ने कहा कि कांग्रेस छोड़ने के बाद BJP सहित कई दलों के साथ मेरी बातचीत चल रही थी। लेकिन मैंने अपनी पार्टी बनाने का फैसला किया है। राणे ने कहा कि यदि कोई गठबंधन के लिए बुलाता है, तो हम जरूरत उस पर विचार करेंगे। हम समान विचार धारा वाली पार्टियों को एक साथ करने की कोशिश करेंगे। सूत्रों के मुताबिक राणे अपनी पार्टी का BJP के साथ गठबंधन करेंगे। इसके बाद फडणवीस सरकार में राणे मंत्री बनेंगे। राज्य मंत्रिमंडल में शामिल होने के सवाल पर राणे ने कहा कि इसका जवाब मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस देंगे। क्योंकि मंत्रिमंडल में मंत्रियों का शामिल करने का अधिकार मुख्यमंत्री का होता है।
भाजपा में आने की थीं अटकलें
हाल ही में कांग्रेस पार्टी और विधान परिषद सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद से ही अटकलें लगाई जा रही थीं कि नारायण राणे भाजपा में शामिल हो सकते हैं। कांग्रेस छोड़ने के बाद बीते सोमवार को दिल्ली में राणे की मुलाकात भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से हुई, लेकिन इस बैठक में राणे के पार्टी में शामिल होने पर कोई फैसला नहीं हो सका। इसके बाद मंगलवार को भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नेताओं ने आपसी विचार-विमर्श के बाद इस फार्मूला को अंतिम रूप दिया था।
शाह ने इस लिए निकाला बीच का रास्ता
यह फार्मूला नारायण राणे के पुराने राजनीतिक इतिहास को देखते हुए पसंद किया गया है। दरअसल 2019 के चुनाव में राणे और उनके दोनों बेटों को शिवसेना के खिलाफ इस्तेमाल करने की संभावनाओं को देखते हुए बीजेपी उन्हें छोड़ना भी नहीं चाहती थी। दूसरी तरफ राणे और उनके दोनों बेटों के उग्र और महत्वाकांक्षी मिजाज को देखते हुए उन्हें पार्टी में लेकर मुसीबत भी मोल नहीं लेना चाहती थी। लिहाजा यह बीच का रास्ता अपनाया गया है।
झंडा और चुनाव चिन्ह जल्द लाएंगे सामने
राणे ने कहा कि महाराष्ट्र स्वाभिमान पक्ष समाज के सभी वर्गों के लिए काम करेगा। उन्होंने बताया कि पार्टी का झंडा और चुनाव चिन्ह जल्द ही बताया जाएगा। नई पार्टी का राज्य चुनाव आयोग में पंजीयन किया जाएगा। राणे ने कहा कि मेरी नई पार्टी महाराष्ट्र की तरक्की के लिए काम करेगी। राज्य की दूसरी पार्टियों ने विकास के जो काम नहीं किए हैं, हम उन कामों को प्राथमिकता देंगे।
Created On :   1 Oct 2017 5:10 PM IST