नौसेना दिवस : व्यापार को बढ़ावा देने के लिए समुद्री सुरक्षा पर फोकस

Navy Day: Focus on maritime security to boost trade
नौसेना दिवस : व्यापार को बढ़ावा देने के लिए समुद्री सुरक्षा पर फोकस
नौसेना दिवस : व्यापार को बढ़ावा देने के लिए समुद्री सुरक्षा पर फोकस
हाईलाइट
  • नौसेना दिवस : व्यापार को बढ़ावा देने के लिए समुद्री सुरक्षा पर फोकस

नई दिल्ली, 4 दिसम्बर (आईएएनएस)। भारतीय नौसेना पांच खरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के लिए इंडिआस ड्राइव में एक प्रमुख भूमिका निभाएगी, जिसमें तीन विमान वाहक, पनडुब्बी, विमान और ड्रोन का एक बेड़ा होगा, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि व्यापार के लिए समुद्री लेन हमेशा सुरक्षित रहे।

नौसेना प्रमुख कर्मबीर सिंह ने शुक्रवार को नौसेना दिवस पर इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में व्यापार और वाणिज्य को सुरक्षित करने के लिए तीसरे विमान वाहक पोत को शामिल किए जाने पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यह बात कही।

एडमिरल सिंह ने कहा, यदि आप पांच खरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनना चाहते हैं तो आपको बाहर की तरफ जाना होगा। नौसेना नहीं चाहती है कि वह तट पर ही बनी रहे। इसके लिए विमान वाहक बिल्कुल जरूरी हैं।

उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि मालवाहक-आधारित समुद्री नियंत्रण के बिना भारत की बढ़ती व्यापारिक रक्षा नहीं की जा सकती है।

नौसेना प्रमुख ने कहा कि चीन की मुखरता ने सुरक्षा स्थिति में जटिलताओं को काफी बढ़ा दिया है। उन्होंने कहा कि चीन के मछली पकड़ने वाले जहाज और अनुसंधान पोत हिंद महासागर में काम कर रहे हैं, लेकिन उनमें से किसी ने भी भारत की समुद्री सीमाओं का उल्लंघन नहीं किया है। चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी नेवी के केवल तीन युद्धपोत 2008 के बाद से एंटी-पायरेसी ऑपरेशन के लिए हिंद महासागर क्षेत्र में अदन की खाड़ी में मौजूद हैं।

हालांकि, विश्लेषकों का कहना है कि नौसेना की जिम्मेदारियां आने वाले दिनों में बढ़ने की संभावना है, क्योंकि भारत और चीन के बीच सैन्य तनाव बढ़ रहा है। विश्लेषकों का कहना है कि नौसेना अंडमान समुद्र में 10 डिग्री और छह-डिग्री चैनलों पर अपने प्रभुत्व का लाभ उठा सकती है, जिसका उपयोग व्यापार के लिए चीनी वाणिज्यिक जहाजों द्वारा किया जाता है।

समुद्र में अपनी पकड़ और भी मजबूत करने के लिए भारत क्वाड (चार देशों का समूह) के जरिए सैन्य अभ्यास भी कर रहा है। इन चार देशों में भारत, संयुक्त राज्य अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान शामिल हैं और यह देश चीन के प्रभुत्व को खत्म करने के लिए हाल ही में सैन्य अभ्यास कर चुके हैं।

एकेके/एएनएम

Created On :   4 Dec 2020 12:30 PM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story