फारूक अब्दुल्ला बोले- भारत माता की जय बोलने से मुझे कोई नहीं रोक सकता
- ईद के मौके पर नमाज पढ़ने दरगाह गए नेशनल कांग्रेस अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला का विरोध।
- फारूक ने कहा
- 'अगर सिरफिरे लोगों को लगता है कि फारूक डर जाएगा तो उनकी गलती है।
- फारूक ने भारत माता की जय के नारे लगाए थे। इसी का विरोध उन्हें बकरीद के दिन झेलना पड़ा।
डिजिटल डेस्क, श्रीनगर। ईद के मौके पर नमाज पढ़ने मस्जिद गए नेशनल कांग्रेस अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला को लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा। इस विरोध के बाद फारूक ने कहा, "अगर सिरफिरे लोगों को लगता है कि फारूक डर जाएगा तो उनकी गलती है। मुझे "भारत माता की जय" कहने से कोई नहीं रोक सकता।" दरअसल पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की याद में आयोजित की गई श्रद्धांजलि सभा के भाषण में फारूक ने भारत माता की जय के नारे लगाए थे। इसी का विरोध उन्हें बकरीद के दिन झेलना पड़ा।
जानकारी के मुताबिक, फारूक अब्दुल्ला ईद उल जुहा के मौके पर श्रीनगर की हजरत बल मस्जिद में नमाज अता करने के लिए पहुंचे थे। इस दौरान वहां मौजूद कुछ लोगों को अब्दुल्ला का दरगाह आना रास नहीं आया और अचानक ही लोगों ने जाकिर मूसा और आजादी-आजादी के नारे लगाना शुरू कर दिया। कुछ लोगों ने जूते भी उछाले और उनके साथ धक्कामुक्की की गई। इससे अफरा-तफरी का माहौल बन गया, जिसके चलते फारूक को मजबूरन नमाज स्थल से वापस लौटना पड़ा।
फारूक अब्दुल्ला ने कहा, "मैं डरने वाला नहीं हूं। अगर ये समझते हैं कि इससे आजादी आएगी तो मैं इनको कहना चाहता हूं की पहले बेगारी, बीमारी और भुकमरी से आजादी पाओ।" उन्होंने ये भी कहा कि अब, भारत और पाकिस्तान के बीच शांतिपूर्ण बातचीत करने का समय आ गया है। हमे घृणा से छुटकारा पाने की जरूरत है। यह देश हिंदुओं, मुसलमानों, सिखों ईसाइयों और यहां रहने वाले सभी लोगों का है।
Today, the time has come to have a peaceful dialogue between India and Pakistan. There is a need to get rid of hatred. This country belongs to Hindus, Muslims, Sikhs and Christians and all those who live here: Farooq Abdullah pic.twitter.com/EUJAczRF9c
— ANI (@ANI) August 22, 2018
Created On :   22 Aug 2018 6:49 PM IST