NGT का स्पष्टीकरण, अमरनाथ को नहीं किया साइलेंट जोन घोषित

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पवित्र अमरनाथ गुफा को साइलेंट ज़ोन घोषित किए जाने के लेकर NGT ने अपना स्पष्टीकरण जारी किया है। एनजीटी के अध्यक्ष न्यायमूर्ति स्वतंत्र कुमार की अगुवाई वाली पीठ ने कहा कि अमरनाथ को लेकर आदेश की गलत रिपोर्टिंग की गई है। NGT ने साइलेंस ज़ोन घोषित नहीं किया है, श्रद्धालुओं को सिर्फ यह निर्देश दिया गया है कि वह शिवलिंग के सामने शांति बनाए रखे।
मंत्रोच्चारण और आरती पर किसी तरह की रोक नहीं लगाई गई है। इससे पहले खबर आई थी कि एनजीटी ने इसे साइलेंस ज़ोन घोषित कर घंटनाद, आरती और मंत्रोउच्चारण आदि पर रोक लगा दी है। एनजीटी ने कहा कि, "ये निर्देश गुफा की पवित्रता बनाए रखने के लिये जारी किये गए हैं ताकि शोरगुल के बुरे असर से शिवलिंग सुरक्षित रहे।
बुधवार को NGT के आदेशों के बाद हिन्दू संगठनों ने इस पर अपनी आपत्ति जाहिर की थी और इन आदेशों को वापस लेने की मांग की थी।
अमरनाथ में भक्त तेज आवाज में जयकारे लगाते है और घंटियां बजाते है। ऐसे में ज्यादा ध्वनि के कारण लैंडस्वाइड का खतरा बढ़ जाता है। NGT ने ये आदेश वहां के इकोलॉलिजक स्ट्रक्चर को देखते हुए उठाए है। दरअसल जब सैकड़ो लोग एक साथ घंटियां बजाते है तो यहां के संवेदनशील वातरवरण को नुकसान पहुंचता है।
इससे पहले NGT अमरनाथ बोर्ड को फटकार लगाई थी। ये फटकार श्रद्धालुओं को पर्याप्त बुनियादी ढांचा उपलब्ध न कराने के मामले मे मांगी गई स्टेटस रिपोर्ट को लेकर लगाई थी। इसके बाद NGT ने अपने आदेश में कहा था कि श्राइन बोर्ड यात्रियों को सामान सुरक्षित रखने की व्यवस्था करे।
अमरनाथ गुफा मंदिर को हिंदुओं के बड़े पवित्र स्थलों में से एक माना जाता है। साल में ज्यादातर समय यह गुफा बर्फ से ढंकी रहती है। केवल गर्मी में कुछ ही दिन के लिए यहां बर्फ नहीं होती और तब इसे श्रद्धालुओं के लिए खोला जाता है।
Created On :   14 Dec 2017 3:04 PM IST