अलकायदा आतंकी समीउन रहमान के जरिए बनाना चाहता था दिल्ली में अपना बेस - NIA
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आतंकी संगठन अलकायदा दिल्ली में अपना बेस बनाना चाहता था। इसके लिए वह आतंकी समीउन रहमान उर्फ हमदीप उर्फ राजू भाई की मदद ले रहा था। बुधवार को NIA की ओर से दायर आरोप पत्र में ये बात कही गई है। बता दें कि सितंबर 2017 में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने रहमान को सकुरपुर के विकास मार्ग से गिरफ्तार किया था। 8 नवंबर को प्राथमिकी दर्ज करने के बाद से एनआइए इस मामले की पड़ताल कर रही है।
बनाना चाहता था मुसलमानों की फौज
NIA ने आरोप पत्र में कहा है, "ब्रिटेन का रहने वाला समीउन रहमान भारत में रह रहे रोहिंग्या मुसलमानों की एक फौज बनाकर उन्हें म्यांमार आर्मी के सामने खड़ा करना चाहता था। उसकी योजना म्यांमार में रोहिंग्याओं के मुद्दे के लिये लड़ने की थी। इसके लिए बांग्लादेश से पश्चिम बंगाल में बीनापोल बॉर्डर के रास्ते भारत में घुसा। यहां वह कई ठिकानों पर रहा था।" NIA ने कहा समीउन रहमान के जरिए अलकायदा दिल्ली को अपना बेस बनाना चाहता था, ताकि भारत में आतंकी गतिविधियां चलाई जा सकें।
2017 में दिल्ली पुलिस ने किया था गिरफ्तार
सितंबर 2017 में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने रहमान को सकुरपुर के विकास मार्ग से गिरफ्तार किया था। रहमान अपने एक साथी से मिलने जा रहा था। दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार के वक्त रहमान के पास से एक पिस्टल, लैपटॉप, मोबाइल फोन, डॉलर और भारतीय मुद्रा बड़े पैमाने में बरामद की थी। बाद में उसको न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया था। एनआइए 8 नवंबर को प्राथमिकी दर्ज होने के बाद से इस मामले की पड़ताल में जुट हुई है।
रोहिंग्यों को प्रशिक्षण देने आया था रहमान
उस वक्त पुलिस की जांच में यह बात सामने आई थी कि रहमान रोहिंग्या शरणार्थियों को म्यांमार की सेना से लड़ने का प्रशिक्षण देने के सिलसिले में बांग्लादेश से भारत आया था। इसी कड़ी में वह दिल्ली पहुंच अपने संपर्कों से आगे की रणनीति बना रहा था। आतंकी गतिविधि के कारण उसको बांग्लादेश में गिरफ्तार किया गया था। जुलाई में वहां से छूटने के बाद वह भारत आया था। जानकारी के मुताबिक वह 2013 में अलकायदा में शामिल हुआ था। 2014 में उसने सीरिया में आतंकी बनने की ट्रेनिंग अलकायदा से ली थी।
Created On :   14 March 2018 11:44 PM IST