आतंकी संगठनों की रिक्रूटमेंट प्रोसेस पर है सरकार की पैनी नजर

Nirmala Sitharaman on UNHRC report on Kashmir and  terrorism
आतंकी संगठनों की रिक्रूटमेंट प्रोसेस पर है सरकार की पैनी नजर
आतंकी संगठनों की रिक्रूटमेंट प्रोसेस पर है सरकार की पैनी नजर
हाईलाइट
  • आतंकी संगठनों की भर्ती प्रक्रिया पर नजर रखे हुए हैं सरकार और सेना।
  • भारत-अमेरिका के बीच 2+2 डायलॉग अब सितंबर के पहले सप्ताह में।
  • रूस से S-400 मिसाइल खरीदने का सौदा अंतिम दौर में चल रहा है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कश्मीर में आतंकियों के सफाए के लिए चलाए जा रहे ऑपरेशन ऑलआउट के साथ ही सेना और सरकार, आतंकी संगठनों में युवाओं की भर्ती प्रक्रिया पर भी नजर रखे हुए है। यह बात रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को कही। उन्होंने बताया कि कश्मीरी युवाओं को भड़काने और आतंक की राह पर भेजने वालों पर सरकार की पैनी नजर है। उन्होंने कहा, "हम आतंकी संगठनों की भर्ती प्रक्रिया पर नजर रखे हुए हैं। साथ ही कश्मीरी नौजवानों को इस रास्ते पर जाने के लिए प्रोत्साहित करने वालों पर भी हमारा ध्यान बराबर बना हुआ है। सेना पाकिस्तान से लगी बॉर्डर से भी आतंकी घुसपैठ पूरी तरह रोकने के लिए प्रयास कर रही है।" निर्मला सीतारमण ने यह बातें कश्मीर में लगातार हो रहे आतंकी हमले और एनकाउंटर से सम्बंधित सवाल के जवाब में कही।
 

 

इसके साथ ही सीतारमण ने कश्मीर में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग की उस रिपोर्ट को भी खारिज किया, जिसमें कश्मीर में लोगों के दमन की बात कही गई है। उन्होंने कहा कि यह रिपोर्ट कहीं और बैठ कर बनाई गई है। जो भी इस रिपोर्ट में मुल्यांकन किया गया है, वह तथ्यों से परे है।
 


इस दौरान सीतारमण ने रूस से S 400 मिसाइल सौदे से जुड़े सवालों के भी जवाब दिए। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर दोनों देशों के बीच बातचीत अंतिम दौर में है। जैसे ही यह सौदा होता है, उसके दो से चार साल में यह अमल में भी आ जाएगा। सीतारमण ने अमेरिका के साथ जुलाई में होने वाली 2+2 डायलॉग के टलने पर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि यह वार्ता अब सितंबर के पहले सप्ताह में होगी।
 

 

Created On :   13 July 2018 12:50 PM GMT

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