समुद्र में फंसे 357 मछुआरों को बचाया गया, नहीं है राष्ट्रीय आपदा

Nirmala sitharaman says 357 fishermen have been rescued from cyclone ockhi
समुद्र में फंसे 357 मछुआरों को बचाया गया, नहीं है राष्ट्रीय आपदा
समुद्र में फंसे 357 मछुआरों को बचाया गया, नहीं है राष्ट्रीय आपदा

डिजिटल डेस्क, कन्याकुमारी(तमिलनाडु)। समुद्री तूफान "ओखी" ने तमिलनाडु और केरल में भारी तबाही मचा दी है। तूफान ने अब गुजरात का रgख कर लिया है। तमिलनाडु और केरल में वायुसेना ने बचाव कार्य के लिए एक विमान और दो हेलीकॉप्टर लगाए हैं। रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया कि ओखी चक्रवात के चलते समुद्र में फंसे 357 मछुआरों को रविवार सुबह सुरक्षित निकाल लिया है। रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ट्वीट कर यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि वायुसेना, नौसेना और तट रक्षक कर्मियों ने इन मछुआरों को बचाया है।

 

 

 

 

हेलीकॉप्टर से हो रही मछुआरों की खोज


जानकारी के अनुसार, इनमें केरल के 248, तमिलनाडु के 71 और लक्षद्वीप के 38 मछुआरे शामिल हैं। रक्षा मंत्री सीतारमण हालात का जायजा लेने के लिए चक्रवात से प्रभावित कन्याकुमारी का दौरा करेंगी। उन्होंने बताया कि 30 नवंबर से तट रक्षक के दो जहाज, दो विमान और एक हेलीकॉप्टर मछुआरों की खोज में लगाए गए हैं। कन्याकुमारी जिले के करीब 1000 मछुआरे लापता हैं। जिनमें से 357 को बचा लिया गया है। बता दें कि ये मछुआरे उस वक्त गहरे समुद्र में थे जब चक्रवात ओखी ने दक्षिणी तमिलनाडु के तट पर दस्तक दी थी। केरल में सात और लक्षद्वीप में एक जहाज लगाए, जबकि नौसेना ने केरल में छह जहाज, दो विमान और दो हेलीकॉप्टर तैनात किए।

 

तूफान ने तमिलनाडु और केरल के तटीय क्षेत्रों और लक्षद्वीप द्वीपों को पूरी तरह से तबाह कर दिया है। वहीं तमिलनाडु के अधिकारियों ने बताया कि चक्रवात ओक्खी के कारण हुई मौतों की संख्या 19 तक पहुंच गई है। इस बीच केरल के तटीय क्षेत्रों में मछुआरों और उनके परिजनों ने राज्य सरकार पर बचाव कार्य में ढील बरतने का आरोप भी लगाया है। स्थानीय लोगों ने अलप्पुझा और चेल्लानम समेत कई क्षेत्रों में विरोध प्रदर्शन किए।

 


 

321 मछुआरे महाराष्ट्र पहुंचे

महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने बताया कि चक्रवात के कारण समुद्र में फंसे 28 नावों पर सवार 321 मछुआरे रविवार को महाराष्ट्र के रत्नागिरि तट पर सुरक्षित पहुंच गए हैं। इनमें 23 नाव तमिलनाडु, तीन केरल और दो कर्नाटक की हैं।

 

राष्ट्रीय आपदा घोषित नहीं की जाएगी

हालांकि केंद्र सरकार ने कहा है कि चक्रवात ओखी को राष्ट्रीय आपदा घोषित नहीं किया जा सकता, लेकिन हालात से निपटने के लिए सभी जरूरी सहायता देने का आश्वासन जरूर दिया है। केंद्रीय मंत्री कन्ननथनम अल्फोंस ने तिरुअनंतपुरम में केरल के सीएम पिनाराई विजयन के साथ उच्च स्तरीय बैठक के बाद कहा कि केंद्र राज्य सरकार को पहले ही राहत राशि दे चुका है।

Created On :   4 Dec 2017 8:33 AM IST

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