निठारी हत्याकांड के आरोपियों को 'हैंग टिल डेथ'

Nithari murder convict, two main accused, CBI court sentenced
निठारी हत्याकांड के आरोपियों को 'हैंग टिल डेथ'
निठारी हत्याकांड के आरोपियों को 'हैंग टिल डेथ'

डिजिटल डेस्क, नोएडा। नोएडा के चर्चित निठारी हत्याकांड के आरोपियों को आज (सोमवार) को फांसी की सजा सुना दी गई है। सुरेंद्र कोली और मोनिंदर सिंह पंधेर को सीबीआई कोर्ट ने 'हैंग टिल डैथ' के आदेश दिए गए हैं। ये सजा 20 साल की लड़की की हत्या के आरोप में दी गई है।

दोनों हैवानों को इतने से भी चैन नहीं आया और दोनों उसके शव से कई बार संबंध बनाए।गौरतलब है कि देश को दहला देने वाले निठारी हत्याकांड दिसंबर 2006 में सामने आया। इस कांड के खुलासे ने लोगों को ‌हिला कर रख दिया था। कांड में आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा की मांग देश के कोने-कोने से उठी। मामले की गंभीरता को देखते हुए इसकी जांच सीबीआई ने शुरू की थी। कांड के 11 साल बाद सोमवार (24 जुलाई 2017) को दोनों की आरोपियों को सजा सुना दी गई है।

क्या है निठारी कांड का सच

सुरेंद्र कोली काफी स्‍वादिष्‍ट खाना बनाता है। उसने अल्‍मोड़ा में अपने अपने हाथों का बना खाना खिलाकर ही ब्रिगेडियर को खुश किया था और उन्‍हें नौकरी पर रखने को राजी किया था। साथ ही सुरेंद्र के हाथों का खाना खाकर ही मोनिंदर पंढेर उसे ब्रिगेडियर के यहां से अपने नोएडा वाले कोठी में लेकर आया था।

2004 में मोनिंदर पंढेर का परिवार नोएडा से पंजाब चली गई। इसके बाद सुरेंद्र कोली ने भी पत्नी को गांव भेज दिया। इस तरह कोठी में पंढेर और कोली ही रहने लगे थे। कई महीनों तक अकेले रहने के दौरान ही सामान्य रहने वाले कोली की जिंदगी में हैवानियत की शुरुआत हुई थी।

पंधेर की कोठी में अक्सर कॉलगर्ल आया करती थीं। उनके लिए कोली ही खाने से लेकर अन्य व्यवस्था करता था। इसी दौरान वो उनसे भी नजदीकी बढ़ाना चाहता था। लेकिन नौकर होने की वजह से कामयाब नहीं हो पाता था। इसलिए वो धीरे-धीरे नेक्रोफीलिया नामक मानसिक बीमारी से ग्रसित होता गया। इसलिए वो बच्चों के प्रति आकर्षित होता गया क्योंकि उसे पता था कि बच्चे उसकी इच्छा के खिलाफ कुछ नहीं कर पाएंगे।

पंधेर के घर में जब कॉलगर्ल आती थीं तो कोली नौकर के रूप में कोठी के गेट पर नजर रखता था। शाम को जब इलाके में सन्नाटा छा जाता था तो वहां से गुजरने वाली लड़कियों को पकड़ लेता और उनका मुंह बांध कर उससे दुष्कर्म करता और फिर उसकी हत्या कर देता।

नारको टेस्‍ट में सुरेंद्र कोली ने स्‍वीकार किया है कि वो बच्‍चियों की हत्‍या के बाद वो उन्‍हें छोटे-छोटे टुकड़ों में काट देता था। कई बार बच्‍चे के शरीर के पसंदीदा हिस्‍से को भूनकर खाता भी था। बचे टुकड़े को दफन कर देता था।

Created On :   24 July 2017 1:34 PM IST

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