सपने अगर पूरे नहीं होते, तो जनता उनकी पिटाई भी करती है - नितिन गडकरी
- गडकरी ने कहा कि दिखाए गए सपने अगर पूरे नहीं होते हैं
- तो जनता उनकी पिटाई भी करती है।
- गडकरी ने नेताओं के सपने दिखाने और बड़बोलेपन को लेकर रविवार को एक बयान दिया।
- गडकरी ने यह बयान बॉलीवुड एक्ट्रेस ईशा कोप्पिकर के बीजेपी में शामिल होने के कार्यक्रम में कही।
डिजिटल डेस्क, मुंबई। अपने बयानों को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहने वाले केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने रविवार को एक और बयान दिया। गडकरी ने नेताओं के सपने दिखाने और बड़बोलेपन को लेकर कहा कि दिखाए गए सपने अगर पूरे नहीं होते हैं, तो जनता उनकी पिटाई भी करती है। गडकरी का यह तंज किस नेता के लिए है, यह चर्चा का विषय बना हुआ है। गडकरी ने यह बयान बॉलीवुड एक्ट्रेस ईशा कोप्पिकर के बीजेपी में शामिल होने के कार्यक्रम के दौरान कही। ईशा कोप्पिकर को बीजेपी महिला मोर्चा की परिवहन विंग का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है।
N Gadkari: Sapne dikhane waale neta logon ko acche lagte hain,par dikhaye hue sapne agar pure nahi kiye to janta unki pitayi bhi karti hai.Isliye sapne wahi dikhao jo pure ho sakein....Mai sapne dikhane waale mein se nahi hu.Mai jo bolta hu wo 100% danke ki chot par pura hota hai pic.twitter.com/SRISZyCffS
— ANI (@ANI) January 27, 2019
गडकरी ने कहा, "सपने दिखाने वाले नेता, लोगों को अच्छे लगते हैं। हालांकि दिखाए हुए सपने अगर पूरे नहीं किए गए, तो जनता उनकी पिटाई भी करती है। इसलिए सपने वहीं दिखाओ, जो पूरे हो सकें। मैं सपने दिखाने वालों में से नहीं हूं। मैं जो बोलता हूं, वो 100 प्रतिशत डंके की चोट पर पूरा होता है। गडकरी ने इस दौरान अपने मंत्रालय के अधीन किए गए कामों को भी गिनाया।"
गडकरी ने कहा, "परिवहन मंत्रालय महाराष्ट्र में 5 लाख कोरड़ की लागत से सड़के बनवा रहा है। इतना ही नहीं यह सड़कें 4 से 6 लेन की होंगी। ऐसा इसलिए, क्योंकि सड़कें चौड़ी होने से ईंधन की खपत कम होती है। इसके अलावा हम दिल्ली में भी काफी एक्टिव हैं। दिल्ली में परिवहन मंत्रालय नई सड़कें बनवा रही है। वहीं दिल्ली में नई सड़कों से प्रदूषण को 27 फीसदी तक कंट्रोल करने में सफल हुए हैं। इसके अलावा करीब 2,000 ड्राइविंग स्कूल भी शुरू किए गए हैं।"
बता दें कि इससे पहले भी गडकरी एक बयान के कारण सुर्खियों में आए थे। पुणे जिला शहरी सहकारी बैंक एसोसिएशन लिमिटेड के कार्यक्रम में बोलते हुए शनिवार को गडकरी ने कहा था कि "विफलताओं की जिम्मेदारी कोई नहीं लेना चाहता। उन्होंने कहा था कि सफलता के लिए दावेदारी करने वाले तो बहुत सारे लोग हैं, लेकिन असफलता होने पर सब जिम्मेदारी लेने से बचते हैं। कहीं पर भी सफलता मिलने पर लोगों में श्रेय लेने की होड़ मची रहती है, लेकिन विफल होने पर सब दूसरों की तरफ उंगली उठाने लगते हैं।" ऐसा कहा जा रहा था कि इस बयान से उन्होंने पीएम मोदी और बीजेपी चीफ अमित शाह पर निशाना साधा था। इसके बाद उन्होंने सफाई भी पेश की थी।
Created On :   27 Jan 2019 10:02 PM IST