2019 तक गंगा 70-80 फीसदी तक हो जाएगी साफ : गडकरी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केन्द्रीय जल संसाधन मंत्री नितिन गडकरी ने दावा किया है कि 2019 तक गंगा को लगभग 70 से 80 फीसदी तक साफ कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह आम धारणा है कि नमामी गंगा कार्यक्रम के तहत कुछ भी महत्वपूर्ण कार्य नहीं हो रहा है, लेकिन यह सही नहीं है। उन्होंने कहा कि गंगा के पानी में काफी सुधार देखने को मिला है।
251 प्रदूषक उद्योगों को बंद किया
अपने मंत्रालय में गुरुवार को आयोजित संवाददाता सम्मेलन में केन्द्रीय मंत्री गडकरी ने बताया कि गंगा का प्रदूषण रोकने के लिए सकल के रूप में करीब 251 प्रदूषक उद्योगों (जीपीआई) को बंद कर दिया गया है और गैर अनुपालन जीपीआई को भी बंद करने के निर्देश जारी किए गए हैं। उन्होंने कहा कि 648 उद्योगों में प्रदूषण की रियल टाइम मॉनिटरिंग की जा रही है।
सफाई पर होगा और पैसा खर्च
उन्होने आगे कहा कि आने वाले समय में गंगा की सफाई पर और पैसा खर्च किया जाएगा। गंगा के पानी को शुद्ध करके पावर प्लांट में देने की भी योजना है। सफाई के दौरान मीथेन भी निकाला जाएगा। गंगा में 70 फीसदी प्रदूषण 10 शहरों से आता है जहां खास ध्यान दिया जा रहा है। 17000 करोड़ रुपये की लागत से प्लांट लगाए जा रहे हैं।
4470 गांव को किया ओडीएफ
इस दौरान मौजूद केन्द्रीय पेयजल और स्वच्छता मंत्री उमा भारती ने पत्रकारों को बताया कि गंगा के किनारे बसे लगभग सभी 4470 गांवों को शौच से मुक्त (ओडीएफ) कर दिया गया है। अब हम ओडीएफ प्लस की रणनीति पर काम कर रहे हैं। उन्होने कहा कि सॉलिड वेस्ट प्रबंधन, वृक्षारोपण, गांवों और कस्बों को प्लास्टिक मुक्त और जागरुकता कार्यक्रम जैसे उपाय अपनाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि उनके मंत्रालय की ओर से गंगा ग्रीन प्रोजेक्ट पर काम किया जा रहा है जो गांव की सक्रीय भागीदारी के साथ गंगा नदी के किनारे स्थित गांवों के समग्र विकास पर आधारित है।
Created On :   10 May 2018 11:03 PM IST