NGT ने अमरनाथ यात्रा के दौरान मंत्रोच्चार-जयकारों पर लगाई रोक
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। एनजीटी ने अमरनाथ यात्रा पर जयकारे लगाने और मंत्रों के उच्चारण पर रोक लगाने का आदेश दिया है। नेशनल ग्रीन ट्राइब्यूनल का तर्क है कि इससे अमरनाथ यात्रियों के जयकारा लगाने, मंत्रोंच्चार करने या फिर घंटिया-मंजीरे बजाने से पर्यावरण को नुकसान हो सकता है। एनजीटी ने अमरनाथ श्राइन बोर्ड को आदेश दिया है कि वह जयकारे और मंत्रों के उच्चारण पर रोक लगाए। इसके साथ ही उसने आखिरी चेक प्वाइंट के बाद यात्रियों को घंटियां और मोबाइल फोन ले जाने पर भी रोक लगा दी है।
गौरतलब है कि इसके पहले नवंबर में ट्रिब्यूनल ने श्राइन बोर्ड को यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को दी जाने वाली सुविधाओं, गुफा के आसपास की साफ-सफाई और गुफा तक जाने वाले मार्ग पर फटकार लगाई थी। एनजीटी ने गुफा के पास के पूरे इलाके को साइलेंस जोन घोषित करने का सुझाव दिया था। एनजीटी ने कहा था कि इससे बर्फीली वादियों में आने वाले एवलांच से भी बचा जा सकता है। इस बीच इस पूरे मामले को बीजेपी ने ऐंटी-हिंदू अजेंडा करार दिया है। भाजप एक दिल्ली प्रदेश के प्रवक्ता तेजिंदर पाल बग्गा का कहना है, "जिस तरह से एनजीटी के बयान हिंदुओं के खिलाफ आते हैं, हम उसके विरोध में हैं। अब अमरनाथ यात्रा को लेकर कहा गया है कि आप वहां जयकारे नहीं लगा सकते हैं, आप वहां मंत्रोच्चार नहीं कर सकते हैं।"
सोशल मीडिया पर भी नाराजगी
इस फैसले के बाद सोशल मीडिया पर भी इसका विरोध शुरु हो गया है। लोगों ने एनजीटी के आदेश को राष्ट्रीय विरोधी करार दिया है।
#NGT को "मंत्रोच्चार" और "जयकारे" लगाने वालों से दिक्कत है, पर त्यौहार के नाम पर खून बहाने, लाउडस्पीकर पर चिल्लाने और बम फोड़ने वालों से बिल्कुल दिक्कत नही है!
— Paresh Rawal (@ThePareshRawal) December 13, 2017
Amarnath थोड़े दिनों बाद "राम नाम सत्य है" पर भी प़तिबंध लगेगा। इससे ध्वनि प्रदूषण कम होगा। इसके बाद NGT कहेगी कि कोई "पाद" नहीं मारेगा ।
— Bharat (@INCvsBJP) December 13, 2017
What is Amarnath Yatra without chanting "Bam bam bhole"and Mahadev knows how to protect his devotees NGT focus on other Noise pollution in India
— PRATHAP CHANDRA RAI (@prathap_rai) December 13, 2017
Created On :   13 Dec 2017 1:05 PM GMT