ऑनलाइन रिकॉर्ड : राशन कार्ड पर एक नाम जुड़ाने में लग रहा परिवार के पूरे सदस्यों का आधार

Online Record: For additional name in ration card, need all members data of family
ऑनलाइन रिकॉर्ड : राशन कार्ड पर एक नाम जुड़ाने में लग रहा परिवार के पूरे सदस्यों का आधार
ऑनलाइन रिकॉर्ड : राशन कार्ड पर एक नाम जुड़ाने में लग रहा परिवार के पूरे सदस्यों का आधार
हाईलाइट
  • एक का नाम जोड़ने के लिए देना पड़ रहा पूरे परिवार का डाटा।
  • ऑनलाइन सिस्टम से सुविधा कम फजीहत ज्यादा।
  • धीमी गति से काम कर रहा ऑनलाइन सिस्टम।

डिजिटल डेस्क, नागपुर। परिवार के किसी एक सदस्य का नाम राशन कार्ड में जोड़ना है, तो पूरे परिवार के सदस्यों का डाटा खाद्यान्न विभाग के जोन कार्यालय को देना पड़ रहा है। जबकि पहले नाम चढ़ाने का काम 15 दिन में पूरा हो जाता था, वहीं ऑनलाइन सिस्टम शुरू होने के बाद इस काम में महीने से ज्यादा का समय लग रहा है। खाद्यान्न विभाग का कामकाज ऑनलाइन होने के बावजूद कार्ड धारकों और राशन दुकानदारों की मुसीबत कम होने का नाम नहीं ले रही है। सर्वर डाउन, लिंक फेल या लिंक जुड़ने में परेशानी होना आम बात है। इसके अलावा कई ऐसी समस्याएं हैं, जिसके कारण कार्ड धारक और राशन दुकानदार दोनों परेशान हो गए है।

परिवार में किसी एक सदस्य का नाम जोड़ने के लिए पहले केवल संबंधित सदस्य का जन्म प्रमाणपत्र देना पड़ता था। इसके बाद आधार कार्ड से यह काम होने लगा। ऑनलाइन सिस्टम शुरू होने से अब एक सदस्य का नाम जोड़ने के लिए पूरे परिवार के आधार कार्ड मंगाए जा रहे है। चर्चा है कि सॉफ्टवेयर पूरे परिवार का डाटा फीड करने पर ही नए सदस्य का नाम जोड़ता है। इसी तरह कोई व्यक्ति अन्य जगह से अपना नाम काटकर यहां आता है, तो उसे यहां नाम जोड़ने के लिए एक महीने से ज्यादा का इंतजार करना पड़ता है। जबकि पहले जोन कार्यालय में जोन इंस्पेक्टर नाम कम होने का प्रमाणपत्र देखते ही कुछ दिनों में यह नाम अपने रिकार्ड में चढ़ाकर नया राशन कार्ड जारी कर देता था। सिस्टम ऑनलाइन होने के बावजूद समय की बचत नहीं हो पा रही है।

पॉस मशीन पर अंगूठा लेकर अनाज देने की प्रक्रिया से दुकानदार पहले ही परेशान है। सर्वर डाउन होने से अंगूठा भी मैच नहीं होता। अब लोग नाम नहीं जुड़ने और एक के लिए पूरे परिवार का आधार कार्ड क्यों मांगा, ऐसा सवाल राशन दुकानदारों से पूछ रहे हैं। एक महीने से ज्यादा समय तक नाम नहीं जुडने के संबंध में भी कार्ड धारक राशन दुकानदार से पूछताछ करते रहते हैं। राशन दुकानदार अपने स्तर पर जवाब देने की स्थिति में नहीं है। 

अपडेट होने में समय लगता ही है
प्रशांत काले, खाद्यान्न वितरण अधिकारी ने बताया कि डाटा अपडेट होने में समय लगता ही है। हर काम के लिए अवधि निर्धारित की गई है। सर्वर डाउन होने या लिंक फेल होने का सीधा असर आनलाइन सिस्टम पर होता है। काम विलंब से होने की यह भी एक वजह है। परिवार के सदस्यों का डाटा फीड़ नहीं हुआ होगा, इसलिए नए सदस्य का नाम चढ़ाते समय पूरे परिवार का डाटा मांगा जा सकता है। नाम चढ़ाने या बाहर के व्यक्ति को नया कार्ड जारी करने में समय लगता ही है। सारी जानकारी वेरिफाइड होती है। सरकार ने हर काम के लिए समय निर्धारित किया है। तय समय पूरा होने के बाद ही साफ्टवेयर काम करता है। 

Created On :   4 Sept 2018 9:31 PM IST

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