महाराष्ट्र बजट सत्र की पूर्व संध्या पर टी-पार्टी, विपक्ष ने किया बहिष्कार

opposition protest of Tea Party on the eve of Maharashtra Budget Session
महाराष्ट्र बजट सत्र की पूर्व संध्या पर टी-पार्टी, विपक्ष ने किया बहिष्कार
महाराष्ट्र बजट सत्र की पूर्व संध्या पर टी-पार्टी, विपक्ष ने किया बहिष्कार

डिजिटल डे्स्क, मुंबई। महाराष्ट्र विधानमंडल के बजट सत्र की पूर्व संध्या पर विपक्ष ने प्रदेश सरकार के चायपान का बहिष्कार कर दिया। आक्रामक विपक्ष ने सरकार को घेरने की तैयारी पूरी कर ली है। सोमवार से विधानमंडल का सत्र शुरू हो रहा है। विधानसभा में विपक्ष के नेता राधाकृष्ण विखे पाटील ने पीएनबी घोटाले के आरोपी नीरव मोदी के बहाने सरकार पर तंस कसा।

उन्होंने कहा कि मोदी पैटर्न पर चल रही राज्य सरकार की विफलता के कारण प्रदेश में ‘नीरव’ शांति है। विखे पाटील ने कहा कि पीएनबी घोटाले के आरोपी मेहुल चौकसी के हीरे और राज्य मंत्रिमंडल के हीरे (मंत्री) एक जैसे हैं। क्योंकि चौकसी की कंपनी गीतांजलि जेम्स ने 2-2 हजार रुपए के हीरे की ब्रांडिंग करके 50-50 लाख रुपए में बेचा। उसी तरह में सरकार के मंत्रियों का कामकाज केवल ब्रांडिंग पर चल रहा है।

रविवार को विखे पाटील के सरकारी आवास पर कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस समेत विपक्षी दलों के नेताओं की बैठक हुई। इसके बाद पत्रकारों से बातचीत में विखे पाटील ने राज्य सरकार पर किसानों के साथ विश्वासघात करने का आरोप लगाया। विखे पाटील ने कहा कि राज्य सरकार के कर्ज माफी के फैसले के बाद लगभग 2 हजार किसानों ने आत्महत्या की है। सरकार ने राज्य के 36 लाख 10 हजार किसानों के कर्ज माफ करने की घोषणा की थी। लेकिन तथाकथित और ऐतिहासिक कर्ज माफी का लाभ केवल 19 लाख 24 हजार किसानों को कर्ज माफी का लाभ मिल पाया है। किसानों की 12 लाख 368 करोड़ रुपए की कर्ज माफी हुई है।

विखे पाटील ने कहा कि सरकार की नीतियों से परेशान धुलिया के किसान धर्मा पाटील ने मंत्रालय में आकर जहर पिया। उसके बाद उनकी अस्पताल में मौत हो गई। विखे पाटील ने कहा कि धर्मा पाटील ने आत्महत्या नहीं कि बल्कि उनकी सरकार और सरकार के दलालों ने मिलकर आत्महत्या की है। यदि सरकार ने राजधर्म और किसान धर्म का पालन किया होता तो उनकी मौत न होती।

इस मामले में प्रदेश के पर्यटन मंत्री जयकुमार रावल भी घिरे हुए हैं। विखे पाटील ने कहा कि राज्य में ओलावृष्टि और बेमौसम बारिश के कारण 7 लाख 17 हजार 581 एकड़ क्षेत्र पर फसलों का नुकसान हुआ है। इसके लिए केंद्र से सरकार ने 200 करोड़ रुपए मांगा है। इस अनुदान से हर एक किसान को केवल 2 हजार 787 रुपए मिल सकेगा। सरकार से हमारी मांग है कि किसानों को प्रति हेक्टेयर 50 हजार रुपए की नुकसान भरपाई मिलनी चाहिए।

विखे पाटील ने कहा कि ओलावृष्टि और बेमौसम बारिश से हुए नुकसान का पंचनामा करने के बजाय कृषि मंत्री पांडुरंग फुंडकर के गृह जिले बुलढाणा के पटवारी (तलाठी) गोवा में मजा मारने के लिए जाते हैं। जालना में पटवारी ने मृत मुर्गी का पोस्टमार्टम करने का फरमान जारी किया।

विखे पाटील ने कहा कि सरकार ने सफेद इल्ली लगने के कारण खराब हुई कपास की फसल की नुकसान भरपाई देने के लिए केंद्र से पैसे मांगा है। लेकिन केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने निजी बातचीत में कहा है कि केंद्र प्रभावित किसानों को पैसे नहीं दे सकता है। विखे पाटील ने कहा कि यदि मुझे पर विश्वास नहीं है तो भाजपा नेता एकनाथ खडसे से ही इस बारे में सच्चाई पूछ लिजिए।

श्वेत पत्र जारी करे सरकार
विखे पाटील ने कहा कि मेक इन महाराष्ट्र वीक और मैग्नेटिक महाराष्ट्र के बारे में राज्य सरकार को श्वेतपत्र जारी करना चाहिए। क्योंकि सरकार ने मेक इन महाराष्ट्र वीक में 80 हजार करोड़ का निवेश और 22 लाख रोजगार पैदा होने का दावा किया था। लेकिन सरकार विभागवार  निवेश और रोजगार से जुड़े आकड़े देने से कतरा रही है।

Created On :   25 Feb 2018 11:56 PM IST

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