Parliament: अमित शाह बोले- दिल्ली में हुईं हिंसा के जिम्मेदारों को बख्शा नहीं जाएगा

Parliament: Amit Shah pays tribute to Delhi riots victims, defends police
Parliament: अमित शाह बोले- दिल्ली में हुईं हिंसा के जिम्मेदारों को बख्शा नहीं जाएगा
Parliament: अमित शाह बोले- दिल्ली में हुईं हिंसा के जिम्मेदारों को बख्शा नहीं जाएगा
हाईलाइट
  • CAA का कोई भी नियम किसी भारतीय नागरिक की नागरिकता नहीं छीनता
  • लोकसभा में दिल्ली हिंसा पर गृहमंत्री अमित शाह ने ​दिए जवाब
  • शाह बोले- दिल्ली में षड़यंत्र के तहत की गई हिंसा
  • किसी को बख्शा नहीं जाएगा

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण में बुधवार को छठवें दिन लोकसभा में दिल्ली में सीएए और एनआरसी के नाम पर हुई हिंसा पर चर्चा हुई। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने विपक्ष के एक-एक आरोप का जवाब दिया। इस दौरान गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि दंगाईयों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि होली पर भावनाएं भड़कने की आशंका थी। इसलिए हम होली के बाद चर्चा करना चाहते थे। विगत कुछ दिनों में जिस प्रकार से देश और दुनिया में इन दंगों को प्रस्तुत किया जा रहा है और आज भी इस सदन में जिस प्रकार से रखने का प्रयास किया गया, मैं बड़े संयम के साथ इसको स्पष्ट करना चाहूंगा।

700 FIR दर्ज की गई, 2647 लोग गिरफ्तार या हिरासत में
गृहमंत्री अमित शाह लोकसभा में पूरी तैयारी के साथ पहुंचे। उन्होंने सभा में भाषण के दौरान हिंसा से जुड़े आंकड़े मय तारीख पेश किए। शाह ने बताया कि दिल्ली की जनसंख्या 1.7 करोड़ है। हिंसा की चपेट में आए इलाके की आबादी 20 लाख है। दिल्ली पुलिस ने हिंसा को नियंत्रित किया। दंगों को 4% भौगोलिक क्षेत्र और दिल्ली की 13% आबादी तक सीमित रखने का काम दिल्ली पुलिस ने किया। 27 फरवरी से लेकर अब तक लगभग 700 FIR दर्ज की गई हैं। 2647 लोगों को गिरफ्तार या हिरासत में लिया गया है। जांच के लिए एसआईटी की दो टीमें गठित की गई हैं। हमने विज्ञापन देकर समग्र दिल्ली की जनता और सारे मीडियाजनों से डिटेल मांगी कि आपके पास कोई भी फुटेज हो और कोई भी चीज हो तो कृपया इस ई-मेल आईडी या वॉट्सऐप नंबर पर भेजिए।

30 कंपनियों ने दंगाईयों को काबू किया
उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता ने हजारों की संख्या में वीडियो दिल्ली पुलिस को भेजे हैं और अंकित शर्मा के खून का भेद भी मुझे आशा है कि उसी वीडियो में से बाहर आने वाला है। कुछ लोगों ने कहा कि CRPF, मिलिट्री भेजनी चाहिए थी। 23 तारीख को 17 कंपनी दिल्ली पुलिस की, 13 कंपनी CRPF की मिलाकर कुल 30 कंपनियां क्षेत्र में पहले से ही रखी गई थी। इन कंपनियों ने दंगाईयों को काबू करने का काम किया। उन्होंने कहा कि 20 लाख आबादी वाली पूर्वोत्तर दिल्ली में फैले दंगे को फैलने नहीं दिया गया। इसके लिए दिल्ली पुलिस की तारीफ करना चाहूंगा। पूरे समय दिल्ली पुलिस के साथ था। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ आगरा और डिनर पर भी मैं नहीं गया। 

दंगाईयों को पकड़ने के लिए 40 टीमें बनाईं
गृहमंत्री ने कहा कि फेस आइडेंटिफिकेशन सॉफ्टवेयर के जरिए हमने 1100 से ज्यादा लोगों के चेहरों की पहचान कर ली है। 40 टीमें बनाई हैं। जो इनको गिरफ्तार करने के लिए दिन रात जुटी हुई हैं। उन्होंने कहा कि हिंदू या मुसलमान नहीं, बल्कि दिल्ली हिंसा में 52 भारतीयों की जान गई है। 526 भारतीय इस हिंसा में घायल हुए हैं। 300 से ज्यादा भारतीयों के घर जलाए गए। मंदिर और मस्जिद दोनों जले हैं, दोनों के लिए दुख व्यक्त करता हूं।

दोषियों को पकड़ने के लिए 40 टीमें लगाईं
शाह ने बताया कि दिल्ली में सोची-समझी साजिश के तहत हिंसा की गई। करीब 60 सोशल मीडिया अकाउंट 22 फरवरी को बनाए गए और 26 को ये अकाउंट बंद हो गए। पुलिस इन अकाउंट की जांच करने में जुटी है। पुलिस की 40 टीमें दोषियों को पकड़ने के लिए बनाई गईं। इसके अलावा हिंसा में इस्तेमाल करीब 50 हथियारों को भी जब्त किया गया है। यूपी सीमा से लगे इलाकों में करीब 300 लोग उत्तर प्रदेश से हिंसा करने के लिए आए। यह स्पष्ट है कि साजिश के तहत हिंसा की गई। 

 

Created On :   11 March 2020 7:12 PM IST

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